हरदोई-कछोना आपको बताते चलें कि सविलयित पू०मा० पैरा कला विकासखंड कछौना में सरकारी अध्यापकों की गैर जिम्मेदायराना कारनामा देखने को मिला जिसमें सरकारी अध्यापक के द्वारा विद्यार्थी को नीम के पेड़ पर काफी ऊंचाई पर चढ़ाकर बच्चे के हाथ में लकड़ी काटने का औजार देकर पेड़ की डालों को कटवाया जा रहा था! यह सब देखने के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि इन बच्चों के भविष्य व जीवन से अध्यापकों का कोई लेना देना नहीं है! जहां शिक्षा व्यवस्था के सुधार के लिए सरकार अथक प्रयास कर रही है! वहीं पर सरकारी अध्यापक सरकार की मंशा के खिलाफ कार्र कर रहे हैं! सरकार के द्वारा बच्चों को उचित शिक्षा ,शिक्षा सामग्री व अच्छे क्वालिटी का खाना दिया जाए इसके लिए सरकार करोड़ों रुपए खर्च करती है जनता की खून पसीने की कमाई को सरकारी अध्यापकों को वेतन के तौर पर मोटी रकम दी जाती है !इसके बावजूद भी अध्यापक विद्यालय के समय से 1 घंटे लेट आते हैं! और बारी बारी से विद्यालय के टाइम पर ही विद्यालय से गायब रहते हैं! जब एक अध्यापक आता है तो दूसरा चला जाता है जिससे बच्चों का भविष्य अंधकार में हो रहा है!
अध्यापकों के इस तरह के क्रियाकलापों से यह साबित होता है कि इन्हें शासन और प्रशासन का कोई भय नहीं है ऐसे गैर जिम्मेदायराना अध्यापकों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है!