मैनपुरी/किशनी- शनिवार को समाधान दिवस के मौके पर अजब स्थिति पैदा हो गई जब दो नाबालिग बहिनें अपने ताऊ के साथ आईं और संयुक्त विकास आयुक्त आगरा तथा तहसीलदार आनन्द सिंह को प्रार्थनापत्र देकर आपबीती सुनाई। कस्बा स्थित थाने के पास की निवासिनी पन्द्रह वर्षीय दीक्षा तथा समीक्षा ने बताया कि उनके पिता ब्रजकिशोर की कुछ वर्ष पूर्व मृत्यु होगई थी। वह अपने पिता द्वारा बनाये मकान में अपने 11 वर्षीय भाई अभिप्रताप तथा मां उर्मिला के साथ रह रहीं थीं। कुछ दिनों पूर्व उनकी मां उर्मिला ने क्षेत्र के गांव बरूआहार निवासी पिन्कू पुत्र राकेश कुमार के साथ शादी रचा ली। शादी के बाद उनकी मां का स्वभाव बिल्कुल बदल गया। उनकी मां तथा सौतेला पिता उनके साथ शारीरिक तथा मानसिक शोषण करने लगा जिसका दोनों बहिनों ने विरोध किया। इसके फलस्वरूप उनकी मां उर्मिला तथा उक्त पिन्कू ने दोनों बेटियों को शाम के समय घर से निकाल दिया। दोनों बहिनों ने बताया कि वह अपने ताऊ सुनील कुमार के घर में शरण लिये हैं। घर से निकालने के बाद उनके सामने आत्महत्या के अलावा कोई विकल्प नहीं सूझ रहा है। दोनों बहिनों ने एसडीएम से मांग की है कि उनके पिता के घर से उनकी मां उर्मिला तथा पिन्कू को बेदखल कर उन्हैं अपने भाई के साथ रहने के लिये कार्यवाही की जाए।