ग्वालियर में एक परिवार की औलाद की चाह में एक तांत्रिक ने उन्हें अपने जाल में ऐसा फंसाया कि वे उसमें उलझ गए। तांत्रिक ने बच्चे के जन्म के लिए बलि देने की बात कही तो परिवार वह करने को तैयार हो गया और उसने मर्डर टू फिल्म के अंदाज में किसी कॉल गर्ल की हत्या की योजना बनाई। इसमें पति-पत्नी का साथ महिला की बहन और उसके बॉयफ्रेंड ने दिया लेकिन फिल्म में कहानी के अनुरूप जिस अंदाज में लाश को ठिकाने लगाया गया था, वह वे लोग नहीं कर पाए। बलि के बाद जब वे युवती की लाश को तांत्रिक के पास ले जा रहे थे तभी रास्ते में गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई और लाश गिर गई तो वे घबराकर भाग गए। हालांकि पुलिस सूराग लगाकर उन तक पहुंच गई और पांचों आरोपियों को पकड़ लिया है।
ग्वालियर में शुक्रवार को मुरैना रोड पर ट्रिपल आईटीएम के पास महिला का शव सड़क किनारे पड़े होने की सूचना मिली थी जिसकी मौत गला रेंतने व दबाकर मारे जाने से होने का संदेह था। उसकी पहचान आरती उर्फ लक्ष्मी मिश्रा के रूप में हुई। मगर उसका पति से 12 साल पहले तलाक हो चुका था। तलाक के बाद आरती एक ऑटो चालक से लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगी थी। जांच करने पर पता चला कि वह कॉल गर्ल के रूप में काम करती थी।
36 घंटे में अंधे कत्ल का पर्दाफाश
एसपी ग्वालियर अमित सांघी ने कहा कि 36 घंटे में अंधे कत्ल के मामले का पर्दाफाश कर लिया गया है जिसमें सभी आरोपी भी गिरफ्तार हो चुके हैं। पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि तांत्रिक गिरवर यादव से एक दंपति ममता भदौरिया और बेटू भदौरिया औलाद नहीं होने की वजह से मिले थे। इस दंपति की शादी को 15 साल हो गए थे लेकिन बच्चे नहीं हो रहे थे। दंपति की औलाद की चाहत पूरी करने गिरवर ने उनसे किसी की बलि देने को कहा था। ममता और बेटू ने बच्चे की चाह में तांत्रिक के कहे अनुसार बलि के लिए योजना बनाई। इसमें ममता की बहन मीरा राजवत व उसके दोस्त नीरज परमार को साथ लेकर मर्डर टू फिल्म की कहानी की तरह कॉल गर्ल को बलि के लिए लाने की प्लानिंग की।
10 हजार में कॉल गर्ल बुक की
फिल्म मर्डर टू में जिस तरह एक कॉल गर्ल को बुक कर हत्या की जाती है और उस लाश को एक गाड़ी में जीवित की तरह बैठाकर ठिकाने लगाया जाता है, उसी अंदाज में भदौरिया दंपति ने मीरा व नीरज ने प्लानिंग की। उन्होंने दस हजार रुपए में कॉल गर्ल बुक की। उसे घर बुलाकर बेटू भदौरिया व नीरज ने बलि देने के लिए गला दबाया और रेंत कर मार डाला। बलि के बाद कॉल गर्ल की लाश को तांत्रिक गिरवर यादव के पास ले जाने के लिए दोनों ने मिलकर लाश को बाइक पर बीच में बैठा लिया। मगर रास्ते में उनकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई तो कॉल गर्ल की लाश सड़क पर गिर गई। दोनों घबरा गए और लाश को सड़क पर छोड़कर भाग गए। मगर कॉल गर्ल की शिनाख्त होने के बाद पुलिस की जांच के दौरान तांत्रिक व भदौरिया दंपति तक पुलिस पहुंच गई।