राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद 41 महीने बाद पटना आ रहे हैं. इसको लेकर लेकर पटना में आरजेडी कार्यालय और राबड़ी देवी के निवापस पर चहल पहल बढ़ गई है. आरजेडी सूत्रों के मुताबिक 27 अक्टूबर को लालू यादव कुशेश्वर स्थान और तारापुर विधानसभा उपचुनाव में प्रचार भी कर सकते है। उनके साथ तेजस्वी यादव भी रहेंगे.
बता दें कि इसी साल 30 अप्रैल को उन्हें चारा घोटाले मामले में जमानत मिली थी, तब से वो दिल्ली में अपनी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती के आवास पर रह रहे थे. अब रविवार को वे पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के साथ पटना आ रहे है. लालू प्रसाद यादव 20 अक्टूबर को पटना आने वाले थे लेकिन तब डॉक्टरों ने उन्हें जाने की इजाज़त नही दी थी. तेजस्वी यादव ने तब कहा था कि जब डॉक्टर लालू यादव को यात्रा करने की इजाजत देंगे तभी वो आएंगे.
लालू यादव दिसंबर 2017 में पटना से रांची चारा घोटाले मामले में पेश होने गए थे जहां से सीबीआई कोर्ट ने एक मामले में जेल भेज दिया था. तब से वो इस साल अप्रैल 2021 तक जेल में रहे. इस बीच 2018 के 10 मई को लालू अपने बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की शादी में शामिल होने पैरोल पर पटना आये थे.
लालु यादव के पटना आने से की खबर से आरजेडी कार्यकर्ताओं में उत्साह है. लेकिन स्वास्थ्य कारणों के चलते लालू प्रसाद यादव सभी कार्यकर्ताओं से शायद ही मिल पाएंगे.
राबड़ी आवास में लालू प्रसाद के आगमने से पहले उनके रहने के इंतजाम किए जा रहे हैं. चूंकि लालू प्रसाद की तबीयत अभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं है, ऐसे में राबड़ी आवास में मेडिकल टीम की देखरेख में उनके लिए एक विशेष कमरा तैयार किया जा रहा है. फिलहाल लालू प्रसाद के लिए बन रहे कमरे को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
24 घंटे लालू की सेहत पर निगरानी
बताया गया कि पटना आगमन के बाद लालू प्रसाद के सेहत को देखते हुए एक मेडिकल टीम 24/7 उनके साथ मौजूद रहेगी. वहीं परिवार से भी सिर्फ चार से पांच सदस्यों को ही उनके कमरे में जाने की अनुमति होगी. चूंकि लालू प्रसाद लंबे समय बाद बिहार आ रहे हैं ऐसे में कार्यकर्ताओं में उत्साह है. जिसे देखते हुए कोशिश की जा रही है कि लालू प्रसाद को ज्यादा भीड़ का सामना न करना पड़े.
संजय कुमार की रिपोर्ट