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पति की हत्या कर शव के साथ रात भर सोई रही मध्य प्रदेश के ग्वालियर में प्रेमी के साथ मिल कर दिया घटना को अंजाम

प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतार दिया। फिर पूरी रात उसके साथ सोई रही। अगले दिन भी जाहिर नहीं होने दिया कि पति की मौत हो चुकी है। अगली रात प्रेमी और उसके दोस्त ने मिलकर पति की लाश को ठिकाने लगा दिया। अज्ञात शव के जांच के सिलसिले में जब पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो मामले की परत-दर-परत खुलने लगी। 52 दिन के बाद जब सच सामने आया तो हर किसी का मुंह खुला का खुला रह गया।

सितंबर की है घटना
यह चौंकाने वाली घटना मध्य प्रदेश के ग्वालियर की। पुलिस के मुताबिक पूरा घटनाक्रम सितंबर महीने का है। यहां 6 सितंबर को चिनोर की पुलिस को पुरानी नहर में एक बॉडी मिलने की सूचना मिली। इसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि युवक की गला दबाकर हत्या की गई है। यह जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी। लगभग 20 दिन की जांच के बाद बॉडी की शिनाख्त पोषण सिंह रावत देवरी कला गांव के रूप में हुई। पुलिस को यह भी पता चला कि पोषण सिंह की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसकी पत्नी बसंती देवी ने दर्ज कराई है।

 

पत्नी के ऊपर हुआ शक
इतनी सूचना के बाद पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी। पुलिस ने बसंती देवी से पूछताछ शुरू की तो वह पुलिस के सवालों में उलझ गई। इसके बाद पुलिस का शक उसके ऊपर बढ़ने लगा। पुलिस ने सख्ती तो उसने पूरी कहानी बयां कर दी। इसके मुताबिक बसंती और पोषण की शादी करीब 11 साल पहले हुई थी। दोनों के दो बच्चे भी थे। पोषण को शराब पीने की लत थी और इसके चलते आए दिन पति-पत्नी के बीच लड़ाई होती रहती थी।

प्रेमी का सामने आया एंगल
इसी बीच घरेलू कलह से तंग बसंती की निगाहें मनीष रावत से चार हो गईं। घर के हालात से बेजार बसंती को मनीष की सहानुभूति मरहम सरीखी लगी और दोनों की प्रेम कहानी आगे बढ़ने लगी। इसके बाद मनीष और बसंती मिलकर पोषण को अपने रास्ते से हटाने की तरकीबें सोचने लगे। योजना के मुताबिक चार सितंबर को मनीष बसंती के घर जा पहुंचा। बसंती ने दोनों बच्चों को कहीं और भेज दिया और मनीष के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। इसके बाद मनीष वहां से भाग निकला और शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाने लगा।

ऐसे लगाया ठिकाना
इधर बसंती ने पति के शव को चादर से इस तरह से ढक दिया कि देखने वालों को लगे कि वह सो रहा है। इसीलिए बच्चों को भी लगा कि उनके पिता सो रहे हैं। अगले दिन भी बसंती ने यह ड्रामा चालू रखा और बात फैलाई कि पोषण आराम कर रहा है। उधर अगली रात मनीष अपने एक अन्य दोस्त को लेकर बसंती के घर पहुंचा। इसके बाद दोनों ने मनीष को बाइक पर इस तरह बिठाया, जिसे देखकर लगे कि तीन लोग बाइक पर सवार होकर कहीं जा रहे हैं। दोनों ने शव को ले जाकर नहर में फेंक दिया।