*जैन इंटर कॉलेज करहल में प्रथम उप-प्रधानमंत्री व गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल जी की जन्म जयंती मनाई गई।*
करहल /मैनपुरी
भारत की एकता और अखंडता के प्रतीक *”भारतरत्न सरदार बल्लभ भाई पटेल” को समर्पित ” राष्ट्रीय एकता दिवस”* पर
*जैन इंटर कॉलेज करहल* में देश के प्रथम *उप-प्रधानमंत्री और पहले गृहमंत्री के रूप में सरदार वल्लभभाई पटेल जी की 146वीं जन्म जयंती मनाई गई।*
*उपप्रधानाचार्य हरिओम यादव ने बताया कि आजादी के तुरंत बाद 562 से अधिक रियासतों का जिस बुद्धिमत्ता और दृढ़ता से भारत में विलय कराया, वह अपने आप में बड़ी मिसाल थी। दृढ़ विश्वास के धनी होने के कारण ही *लौह पुरुष* से नवाजा गया। उन्होंने वीपी मेनन के साथ मिलकर असम्भव कार्य संभाला।
*प्रवक्ता अशोक यादव* ने बताया किस्वतंत्रता आंदोलन में सरदार पटेल का पहला और बड़ा योगदान 1918 में खेड़ा संघर्ष में था। उन्होंने 1928 में हुए बारदोली सत्याग्रह में किसान आंदोलन का सफल नेतृत्त्व भी किया।
*प्रवक्ता सतेंद्र यादव* ने सरदार वल्लभभाई पटेल जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्हें कुशल नेतृत्व क्षमता, वाकपटुता, बुद्धि-चातुर्य, इच्छाशक्ति, कुशल व्यवस्थापक, विनम्रता, व्यावहारिकता आदि उनके ऐसे गुण रहे, जो आज भी हम सभी के लिए बड़ी सीख हैं।