ताज नगरी आगरा को अगर गैस चैंबर कहा जाए तो गलत नहीं होगा, दिवाली के बाद से ही आगरा में धूल धुएं की मोटी चादर ने अपने आगोश में ले रखा है.
आगरा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 480 के पार पहुंच चुका है. प्रदूषण के खतरनाक स्तर के पहुंचने के बाद आगरा की आबोहवा बहुत खराब हो गई है. ऐसे में जिनको सांस संबंधी बीमारी है जैसे में बुजुर्ग और बच्चे वह ज्यादा से ज्यादा घर पर ही रहें.
ये बड़े हुए प्रदूषण से सबसे ज्यादा प्रभावित नजर आ रहे हैं. हाल यह है कि कई किलोमीटर दूर से साफ नजर आने वाला ताजमहल कुछ सौ मीटर की दूरी से भी आंखों से ओझल हो रहा है.
ऐसे में मेरी लोगों से सलाह है कि खासकर बुजुर्ग लोग सुबह शाम अभी टहलने से बचें, साथ ही जो जवान लोग भी हैं वह भी अनावश्यक बाहर निकलने से बचे. अभी कुछ दिन बढे हुए प्रदूषण से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.