बिहार के बांका जिले के कटोरिया प्रखंड के भोरसार पंचायत अंतर्गत पिपराडीह एक ऐसा गांव है, जहां आज तक किसी महिला ने छठ पर्व नहीं किया है. मालूम हो कि ये गांव कटोरिया एवं चांदन थाना के सीमा पर अवस्थित है.
तब अंत में ग्रामीणों को एक प्रसिद्ध तांत्रिक ने सलाह दी कि गांव के पुरुष छठ पूजा करें तो यहां की बेटियां सुरक्षित रहेंगी और गांव में सुख-समृद्धि बनी रहेगी. तब से गांव में यह परंपरा अनवरत जारी है. साथ ही गांव के लोग खुशहाली का जीवन जी रहा है.
छठ व्रत करने वालों का कहना है कि इस गांव में कई पीढ़ियों से पुरुष ही छठ व्रत करते आ रहे हैं. वे लोग अपने पूर्वजों द्वारा शुरू किए गए इस परंपरा का आज भी पालन कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे.
गांव में पुरुषों के छठ व्रत करने से ही गांव का कल्याण और हर प्रकार के कष्टों से निदान होता है. यहां के पुरुष मानते हैं कि छठ पूजा करने से उनकी बेटियों के ऊपर कोई संकट नहीं आएगा.