*शरद मेला का भव्य आयोजन*
इटावाः उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के संयुक्त तत्वावधान में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा स्वयं निर्मित उत्पादों के विपणन एवं ट्रेडिंग के माध्यम से आजीविका सवंर्धन करने एवं समूह सदस्यों का आजीविका के प्रति मनोबल बढ़ाने हेतु शरद मेला का आयोजन विकास भवन परिसर में किया गया।
मेले का उद्घाटन श्रुति सिंह जिलाधिकारी के कर-कमलों द्वारा किया गया। मौके पर कहा कि इटावा में समूहों का उत्थान सराहनीय है। महिलाओं ने पुरानी विचार धाराओं के तोड़ते हुए अपनी आत्मविश्वास से उत्कृष्ट कार्य कर रही है। अब पहले जैसे मुरब्बा, पापड़ एवं आचार न बनाकर एल.ई.डी, बिजली बिल कलैक्शन, पुष्टारहार वितरण एवं कोटा राशन वितरण सहित कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। महिलाओं के आगे आने से समाज में बहुत परिवर्तन हुआ है।
डी.एस. चौहान मुख्य महाप्रबन्धक (नाबार्ड) ने कहा कि जबतक महिलाओं को बराबरी का अवसर नहीं दिया जायेगा ग्रामीण विकास अधूरा है। महिलाओं की आर्थिक मजबूती से परिवार मजबूत होता है। महिलाओं ने पोषण की अद्भूत क्षमता होती है। मेले के आयोजन से क्रय-विक्रय का अनुभव होता है।
एस.एस राव सूक्ष्म एवं लघु महाप्रबन्धक (सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया) ने कहा कि हम महिलाओं को बड़े उद्योगपति के रूप में देखना चाहते है। बैंक हमेशा समूह की दीदीयों को सहयोग करती है।
बृज मोहन अम्बेड (उपायुक्त स्वतःरोजगार) ने कहा कि मेला आयोजन के विषय-वस्तु को प्रकाशित किया वहीं चन्दन कुमार डी.डी.एम नाबार्ड ने मेला आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन डिस्ट्रिक्ट रिसोर्स पर्सन निहारिका शुक्ला ने किया। संगीता ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
*बैंक क्रेडिट लिंकेज के स्वीकृति प्रमाण पत्र का हुआ वितरण*
इटावाः शरद मेले में जिलाधिकारी श्रुति सिंह के हाथों 15 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को बैंक क्रेडिट लिंकेज स्वीकृति प्रमाणपत्र वितरित किया गया। इसमें सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया द्वारा 13 एवं बड़ोदा यू0पी0 ग्रामीण बैंक द्वारा 2 समूह शामिल है। मौके पर सपना, डौली, गीता, बेबी एवं राजकुमारी सहिता सभी लाभार्थी महिलाऐं मौजूद रही।
*समूह की महिलाओं ने लगाया स्टाल*
इटावाः शरद मेले में स्वयं सहायता समूह की सदस्यों द्वारा स्वयं निर्मित उत्कृष्ट गुणवत्तापूर्ण सामग्री की 22 स्टाल लगाई गई इसमें टेडीबियर, मोमबत्ती, जूता-चप्पल, बेमौसम सब्जी, मोर पंख, मोमोज, पेटीज, मसाले, खोवा, घी आदि की स्टाल लगाई गई है। जो प्रदर्शनी एवं विक्रय के लिए उपलब्ध है।
*सांस्कृतिक कार्यक्रम का हुआ आयोजन महिलाओं ने दी*
महिलाओं ने दी भावुक प्रस्तुति।
इटावाः शरद मेले में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा भावुक और उत्साहजनक प्रस्तुति प्रस्तुत की गयी। पिंकी, सुधा, अनुराधा, स्तुति, प्रीती ने “मंजिल पाकर हम मानेंगे”
गीत से सभी को भाव-विभोर कर दिया। नारी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मंच से आवाज बुलंद की। निशा दुबे के गीत चार पैसा कमाने आये शहर गाँव मेरा मुझे याद आ रहा है सभी को भावुक कर दिया। बंदना के गीत ब्याह में दूल्हा माँगे मारूति कार से दहेज प्रथा पर गहरा चोट किया। वंही संगीत गुरु रिषी जी ने लोकगीत चुपके से कह गई पायलिया विदेशिया बलम के आने की… ने सभी को खूब भाया। लघु नाटक अनपढ़ बीवी पर सभी हंसी से लोट-पोट हो गये।
*ये अधिकारी रहे मौजूद*
कृष्ण कुमार अग्रणी जिला प्रबंधक, क्षेत्रीय प्रबंधक, जिला मिशन प्रबन्धक सूर्य नारायण पाण्डेय, डॉ. नन्द किशोर साह, संतोष कुशवाहा, दीपेन्द्र सिंह तोमर, विप्लव भूषण, जीतेशश्री वास्तव, समस्त ब्लाक मिशन प्रबन्धक, सभी बी0आर0पी, आई0पी0आर0पी0 सहित लाभार्थी महिलाऐं माजूद रही।