Saturday , October 19 2024

इटावा- प्रदर्शनी पंडाल में हुआ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सम्मेलन ,

इटावा प्रदर्शनी पंडाल में हुआ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सम्मेलन , देश एवं प्रदेश से आए स्वतंत्रता सेनानी आश्रित
सेनानी परिजनों की दशा सुधारने के लिए बनायी जाये रणनीति:आकाशदीप
इटावा* इटावा महोत्सव प्रदर्शनी पण्डाल में स्वतत्रंता संग्राम सेनानी सम्मेलन का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि जिलाधिकारी श्रुति सिंह,एसडीएम राजेश कुमार वर्मा,विशिष्ट अतिथि एसपी सिटी कपिल देव, पूर्व सांसद रघुराज सिंह शाक्य,सीओ सिटी, कार्यक्रम संयोजक आकाशदीप जैन एवं तहसीलदार श्रीराम यादव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया।नारायन कालेज साइंस एण्ड आर्टस स्कूल के बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया।
मुख्य अतिथि जिलाधिकारी श्रुति सिंह ने कहा कि जब में पढ़ती थी तभी से स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सहानुभूति रखती हूॅ।आज स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सम्मेलन में सेनानी आश्रित का सम्मान करके अभिभूत महसूस कर रही हूॅ।सेनानी परिवार के लिए उनके द्वार हमेशा खुले है वह आकर अपनी समस्याओं का निदान किसी भी समय मिलकर करा सकते है।
पूर्व सांसद रघुराज सिंह शाक्य ने कहा कि स्वतंन्त्रता संग्राम सेनानियों की वजह से ही आज खुले में सांस ले पा रहे है।नगर पालिका चेयरमैन प्रतिनिधि फुरकान अहमद,नुमाइश कमेटी के सुरेश चन्द्र त्रिपाठी,आलोक दीक्षित, नारायन कालेज प्रधानाचार्य डा.धर्मेन्द्र शर्मा ने अपने विचार व्यक्त किये।कवि रोहित चौधरी ने राष्ट्रभक्ति की कविता पढ़ी।
संयोजक आकाशदीप जैन ने कहा कि आजाद भारत में वर्तमान राजनेताओ और प्रशासनिक अधिकारियों को अपना बहुमुखी विकास करने का शुभ अवसर मिला है किन्तु लोकतत्रं की स्थापना करने वाले स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों व उसके परिजनों की दशा और दिशा सुधारे जाने हेतु शासन स्तर पर कोई ठोस नीति नहीं बनायी गई। वर्तमान परिस्थिातियों में लागू पेशन नियमावती 1975 में संशोधन व संवर्धन करने की नितान्त आवश्यकता है। आकाशदीप जैन ने सेनानी आश्रितों की समस्याओं एवं अन्य नौ सूत्रीय ज्ञापन राज्यपाल को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी को सौपा।
इससे पूर्व सम्मेलन में आए अतिथियों का संयोजक आकाशदीप जैन एवं तहसीलदार सदर श्रीराम यादव ने शॉल ओढ़ाकर एवं वैज लगाकर सम्मानित किया बाहर से आए तत्याटोपे के वशंज विनायक राव टोपे,क्रांतिकुमार कटियार,सुरेश चन्द्र बबेले,मुन्नालाल कश्यप,गिरजाशंकर राय झांसी सहित सेनानी पत्नियां व उनके आश्रितों का शॉल एवं पटका पहनाकर स्वागत किया गया।
इस अवसर पर निर्मल चन्द्र गुप्ता, सुरेश चन्द्र जाटव, रमाकांत दुबे, अशोक सोनी निडर,ज्योत्सना वर्मा, करूणारानी गुप्ता,के.के.यादव, रामलखन यादव सहित अन्य तीन सैकड़ा से अधिक सेनानी आश्रित उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सेनानी पत्नी प्रेमशिला पाण्डेय ने तथा संचालन कुश चतुर्वेदी ने किया।आभार संयोजक आकाशदीप जैन एवं तहसीलदार सदर श्रीराम यादव ने व्यक्त किया।


*सेनानी आश्रितों ने शासन/प्रशासन से की मांग*
इटावा* प्रदर्शनी पण्डाल में आयोजित हुए सेनानी आश्रितों ने राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी श्रुति को सौपते हुए निम्न मांगों को पूरा करने पर जोर दिया।ज्ञापन में कहा गया कि-
स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी पेंशन नियमावली 1975 में उल्लिखित सेनानी आश्रित पत्नी के साथ प्रथम पीढ़ी से तृतीय पीढ़ी तक के आश्रितों को जोड़ा जाये।
उत्तराखण्ड, हरियाणा और म.प्र.सरकार द्वारा प्रथम पीढ़ी को दी जा रही राजनैतिक सम्मान पेंशन की भांति उ.प्र. के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित को राजनैतिक सम्मान पेंशन स्वीकृत की जाये।
सरकार द्वारा प्रदेश के स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी व उनकी पत्नियों की मृत्यु पर दाह संस्कार हेतु रू.5000.00 नकद व सशस्त्र सलामी दी जाये।
सेनानी आश्रितों को सम्बन्धित जिलाधिकारी द्वारा जारी किये गये आश्रित प्रमाण पत्र के आधार पर उ.प्र. सड़क परिवहन निगम की बसों में निशुल्क यात्रा सुविधा प्रदान की जाये।
सेनानी आश्रितों को राज्य सरकार के अधीन राजकीय सेवाओं में पूर्व की भांति 5 प्रतिशत आश्रित आरक्षण लागू कर भर्ती प्रक्रिया लागू की जाये।
स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी कल्याण परिषद/संस्थान के गठन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिजनों को भी नियुक्त किया जाये जिससे वह सेनानियों के हित में कार्य एवं निर्णय ले सकें। . इटावा जनपद के निवासी देश की आजादी के अपराजेय योद्धा वरिष्ठ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे स्व0 श्री कृष्णलाल जैन की प्रतिमा शहर में स्थापित की जाए एवं मेडीकल केयर यूनिट पचराहा का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व.श्री कृष्ण लाल जैन के नाम पर रखा जाएं। इसके साथ ही स्वतंत्रता सेनानियों के नाम से मार्गो का नाम रखा जायें।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भवन, पक्का तालाब, इटावा की हालत जीर्ण-शीर्ण हो गयी है, जिसका सौन्दर्यीकरण कराया जाये।