अफगानिस्तान से अमेरिकी बलों की वापसी शुरू होने के बाद तालिबान की हिंसा व कब्जा तेजी से बढ़ गया है। पिछले दो महीनों में कुछ प्रमुख सीमावर्ती शहरों सहित 200 से अधिक जिले तालिबान के हाथ में आ गए हैं ।
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने अफगान समकक्ष अशरफ गनी के साथ फोन पर बात की और काबुल के लिए वाशिंगटन के समर्थन की पुष्टि की । दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की और एक स्थायी द्विपक्षीय साझेदारी के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
बाइडेन ने अमेरिकी सेना को अपनी मूल 11 सितंबर की समय सीमा से कुछ दिन पहले 31 अगस्त तक अफगानिस्तान में अपने मिशन को समाप्त करने का आदेश दिया था और पिछले हफ्ते 95 प्रतिशत से अधिक निकासी पूरी हो चुकी है।
अमेरिकी समर्थन जारी रखने पर जोर दिया। व्हाइट हाउस के अनुसार बाइडेन और गनी इस बात पर भी सहमत हुए कि तालिबान का मौजूदा आक्रमण संघर्ष के बातचीत के समझौते का समर्थन करने के आंदोलन के दावे के सीधे विरोधाभास में है।