सपा प्रमुख अखिलेश यादव के गृह जनपद इटावा में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर पोस्टर वार शुरू हो गया है। कई प्रमुख स्थानों पर भारतीय जनता पार्टी ने पहले निवर्तमान अखिलेश सरकार में उत्तर प्रदेश में घोटाले और राम लला टेंट के पोस्टर लगाए, जिसके बाद समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार में प्रदेश में आपराधिक घटनाओं, महिला उत्पीड़न, भंडारण निगम भर्ती घोटाले के पोस्टर लगाकर पलटवार शुरू कर दिया है।
राम मंदिर का सांकेतिक नक्शा लगाया
उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव होना है। सभी राजनीतिक दल चुनावी प्रसार-प्रचार में जुट गए हैं। जिसके चलते बीजेपी ने प्रदेश स्तर पर योगी सरकार में हुए विकास कार्यों का प्रचार-प्रसार पोस्टरों के माध्यम से शुरू कर दिया है। जिसमें बीजेपी ने फर्क साफ है का नारा देते हुए पूर्व की सरकार में राम लला के टेंट में रहने वाले फोटो और बगल में बीजेपी सरकार में राम मंदिर का सांकेतिक नक्शा लगाया है। साथ ही भाजपा के मुताबिक, अखिलेश सरकार में हुए घोटालों का आंकड़ा देते हुए पोस्टर से पूर्व की समाजवादी पार्टी की सरकार पर वार किया है।
वहीं भाजपा के द्वारा लगाए गए पोस्टर का पलटवार करते हुए अब समाजवादी पार्टी ने जिम्मेदार कौन का स्लोगन के साथ प्रमुख स्थानों पर पोस्टर लगाते हुए वर्तमान की योगी सरकार में अपराधों और भंडारण निगम भर्ती घोटाले, आवारा पशुओं से किसानों का नुकसान, खराब सड़क के चलते हादसों में मौत, बढ़ती महंगाई जैसे मुद्दे उठाते हुए आरोप लगाकर पलटवार किया है।
भाजपा के द्वारा प्रदेश स्तर पर जनपद भर में अलग-अलग विधानसभाओं में पोस्टर लगाकर पूर्व की सरकार पर हमला बोला गया है। वहीं समाजवादी पार्टी में हाल ही में शामिल हुए हरि किशोर तिवारी ने सदर विधानसभा व आसपास के क्षेत्रों में होर्डिंग लगाकर सूबे की भाजपा सरकार पर हमला बोला है।