बुलंदशहर: निजी हॉस्पिटल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने को लेकर सड़क पर उतरे फौजी (रिटायर)*
आज एसएसपी दफ्तर में पहुंचे रिटायर फौजियों का संघ और की न्याय की मांग
10 दिन पूर्व निजी हॉस्पिटल में भर्ती मरीज़ नाले में पड़ी मिली थी।
रिटायर फौजियों की तहरीर के बाद भी सिटी कोतवाली में दर्ज नहीं की गई एफआईआर।
रिटायर फौजियों ने लगाया पुलिस पर मिलीभगत का आरोप।
एसपी सिटी से मिले फौजी रिटायर, एसपी सिटी ने दिया निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन।
वही डॉ सुबोध मोहन अग्रवाल का कहना है जिस समय उस महिला को हॉस्पिटल का स्टाफ अल्ट्रासाउंड कराने के लिए लेकर गया था उनके साथ अन्य दो महिलाएं भी थी।
अल्ट्रासाउंड कराने के बाद वह महिला अन्य दो महिलाओं के साथ हॉस्पिटल में बैठी थी और उनसे घर जाने की बात कह रही थी।
तभी एक इमरजेंसी आ गई हम लोग उन में बिजी हो गए और मौका देखकर वह महिला hospital से निकलकर अपने घर पहुंच गई।
बाद में उक्त महिला के परिजनों ने गलत आरोप लगाने शुरू कर दिए।जबकि उस महिला को हमने पुन: हॉस्पिटल में एडमिट कराया और पूरी जांच करायीं, उन रिपोर्टों के अनुसार महिला बिल्कुल ठीक थी और आज भी बिल्कुल ठीक है।
यह मनगढ़ंत आरोप किस उद्देश्य लगाए जा रहे हैं और इसके पीछे इन लोगों की क्या मंशा है मैं नहीं जानता।
बुलंदशहर के मोहन हॉस्पिटल का मामला।