दामाद की मौत की गुत्थी सुलझाने में पुलिस भूमिका संदिग्ध इकलौते पुत्र के परिजन भटक रहे
*12दिसम्बर को शौचालय में लटका मिला था शव
इटावा।जसवंतनगर इलाके के कछपुरा गांव में ससुराल में शौचालय में फांसी पर लटके मिले दामाद के शव को लेकर थाना पुलिस की संदिग्ध तफ्तीश मृतक के परिजनों के गले नही उतर रही है।
मृतक का पिता पुलिस की ड्योढ़ी पर दस्तक देता चिल्ला रहा कि उसके बेटे की ससुरालियों ने हत्या कर दी है, मगर पुलिस ने मामले को साधारण फांसी का मामला बताते घटना को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
मृतक संजीव उर्फ पिंटू के पिता राम सिंह निवासी शहजाद पुर , करहल , मैनपुरी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा को दिए प्रार्थनापत्र में आरोप लगाते कहा है कि उसके पुत्र की शादी लगभग 3 वर्ष पूर्व कछपुरा के मुन्नालाल की बेटी मोहिनी से हुई थी। मोहिनी शादी के बाद से ही अक्सर मायके ही रहती थी। उसका स्वभाव जिद्दी होने के कारण संजीव परेशान रहता था। ससुराली मोहिनी की ओर लेते थे। ऐसे ही 3 माह पूर्व संजीव पत्नी को लेने पहुंचा था, तो ससुरालियों ने उसके साथ मारपीट करते उससे जेब से नगदी भी लेकर कछपुरा से भगा दिया था।
मोहिनी के ससुराल न आने को लेकर संजीव ने ऑनलाइन शिकायत की तो ससुरालियों ने शिकायत वापस लेने अन्यथा जान से मारने की धमकी दी थी।11 दिसम्बर को भी वह मोहिनी को लेने कछपुरा पहुंचा था।
राम सिंह का आरोप है कि ससुरालियों ससुर मुन्नालाल, सालों विक्रम, मेजर औऱ विक्रम के साढ़ू दिनेश निवासी कैस्त ने उसके बेटे को मारकर घर के बाहर शौचालय में लटका दिया।उनका कहना है कि जांच का तो यह विषय है कि उसके बेटे को जिस शौचालय में लटकाया गया। वह इतना छोटा है, जिसमे वह खुद आत्महत्या कर ही नही सकता।
संजीव के पोस्टमार्टम औऱ अंतिम संस्कार में कोई ससुराली औऱ खुद उसकी पत्नी मोहिनी तक नही आईं।
हम घर वालों तक को अब शिकायते करने को लेकर जान से मारने की धमकी दी जारही। पुलिस हमारी एक नही सुन रही। पुलिस इस मामले में हत्यारों से मिलकर उन्हें बचा रही।अतः निष्पक्ष जांच से हत्या पर से पर्दा हट सकेगा।