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औरैया,ऑनलाइन फ़्रॉड करने वाले अतर्राज्यीय गिरोह के मास्टर माइंड सहित तीन शातिर ठगों को किया गिरफ्तार

औरैया,ऑनलाइन फ़्रॉड करने वाले अतर्राज्यीय गिरोह के मास्टर माइंड सहित तीन शातिर ठगों को किया गिरफ्तार
ए, के, सिंह संवाददाता
औरैया पुलिस की एसओजी/साइबर/सर्विलांस तथा थाना कोतवाली की संयुक्त टीम द्वारा आमजनों को झांसे में लेकर ऑनलाइन फ्राॅड करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के मास्टर माइण्ड सहित 03 शातिर ठगों को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से 08 अदद मोबाइल फोन, कई अदद फर्जी आई0डी0 पर ली गयी सिम, बलैनो कार व 9,770रू0 नगद बरामद किया गया।विगत कुछ समय से जनपद में लगातार ऑन लाइन ठगी की शिकायतें प्राप्त हो रही थी जिसमें पीड़ित को ऑनलाइन फ्राड करने वालों के द्वारा फोन काल करके रिश्तेदार/मित्र बताकर उनके खाते फोनपे व यूपीआई के माध्यम से रूपयों की ठगी की गयी थी। जिसके सम्बन्ध में साइबर सेल औरैया द्वारा प्राप्त हो रही षिकायतों के सम्बन्ध में वैधानिक कार्यवाही प्रचलित थी उत्तर प्रदेष शासन की मंषा के अनुरूप साइबर अपराधियों के विरूद्व कार्यवाही व जनता में साइबर अपराध के प्रंित जागरूकता हेतु चलाये जा रहे विभिन्न अभियानों व कार्यषालाओं केे क्रम में पुलिस अधीक्षक औरैया श्री अभिषेक वर्मा द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक औरैया श्री षिष्यपाल के पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी नगर श्री सुरेन्द्र नाथ यादव के नेतृत्व में एसओजी/सर्विलांस/साइबर टीम व जनपदीय पुलिस टीमों का गठन किया गया था।
गठित टीमों द्वारा विभिन्न इलैक्ट्रोनिक व मेनुअल साक्ष्यों को संकलित करने हुए कुछ लोगों को चिन्हित किया गया था। जिसके क्रम मे आज एसओजी/सर्विलांस/साइबर व थाना कोतवाली पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर आॅन लाइन ठगी करने वाले गिरोह के 03 सदस्यों को चेकिंग के दौरान डीपीएस स्कूल के पास से गिरफ्तारी की गयी जिनकी जामा तलाषी से विभिन्न कम्पनियों के 08 अदद मोबाइल फोन, फर्जी आई0डी0 पर प्राप्त किये गये कई सिम कार्ड व 9,770रू0 नगद बरामद हुए। गिरफ्तार अभियुक्तों से पुलिस टीम द्वारा गहनता से पूछताछ में मुख्य अभियुक्त त्रिवेन्द्र शर्मा उर्फ तरन द्वारा बताया गया कि हम तीनों लोग अपने 02 अन्य साथियों के साथ मिलकर पष्चिम बंगाल व असम के रिष्तेदारों व दलालों के माध्यम से फर्जी आई0डी0 पर सिम कार्ड 1000रू0 में लेते है एवं इन सिम कार्ड के द्वारा हम लोग रेण्डमली नम्बरों पर काॅल करते है तथा उन्हे रिष्तेदार/दोस्त बताकर उनसे बाते करते है फिर उन्हे भरोसे में लेकर उनके यूपीआई/फोनपे के माध्यम से पैसे भेजने की बात करते है। फिर एमजाॅन, फिलिपकार्ट एवं अन्य ई-काॅमस शाॅपिंग प्लेटफार्म के माध्यम से पेमेन्ट रिक्वेस्ट उनके फोनपे पर भेजते है तथा काॅल पर ही उक्त पेमेन्ट रिक्वेस्ट पर पे-बटन दबाने के लिये बोलते है। पे-बटन दबाने पर यूपीआई पिन डालते ही उनके खाते से पैसा हम अपने आॅनलाइन बैंक खाते (फैडरल बैंक, ए0यू0 बैंक, कोटक बैंक, पे-टीएम बैंक, सिटी बैंक) में डलवा लेते है। उक्त एकाउंट भी फर्जी आई0डी0 पर आॅनलाइन ही हमने खोल रखे है। इन पैसों को हम लोग अपने साथियों के एकाउंट, पेट्रोल पम्प, आॅन लाइन शाॅपिंग आदि के माध्यम से निकलवाकर प्रयोग करते है
अभियुक्तगणों से प्राप्त हुए मोबाइल फोन व सिम कार्ड के नम्बरों के सम्बन्ध में साइबर सेल के आॅन लाइन षिकायत पोर्टल पर जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि अभियुक्तों द्वारा अन्य राज्यों तथा उत्तर प्रदेष के विभिन्न जनपदों में भी कई साइबर ठगी की घटना की गयी है