भदोही। भाजपा विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी का इस्तीफा लिखा लेटरपेड सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो गया। जिसमें उनके हवाले से कहा गया कि है भाजपा सरकार दलित व पिछड़ा विरोधी है इसलिए वह भाजपा से इस्तीफा दे रहे हैं। इससे सियासी गलियारों में हलचल मच गई। केबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य गुट का होने के कारण इनके इस्तीफा का भी कयास लगाया जाने लगा। उनके इस्तीफा की खबर जोर पकड़ने लगी तो उन्होंने ज्ञानपुर स्थित एक रेस्टोरेंट में मीडिया से बात की और इसका खंडन किया। उन्होंने इस्तीफे से इनकार करते हुए कहा कि यह लेटर पैड फर्जी है। मैं भाजपा में ही हूं। उन्होंने वीडियो जारी कर फर्जी लेटर पैड वायरल करने वालों के खिलाफ की कार्रवाई की मांग की है। विधायक ने सोशल मीडिया एप कू पर एफआईआर की कॉपी अपलोड करते हुए पोस्ट किया कि फ़र्जी अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है ।
बता दे कि स्वामी प्रसाद के इस्तीफे के 24 घंटे बाद राज्य मंत्री दारा सिंह चौहान ने इस्तीफा दे दिया। इससे कयास लगाया जाने लगा कि 2017 में स्वामीप्रसाद के साथ जिन दस लोगों को भाजपा ने टिकट देकर चुनाव लड़ाया था उनमें एक रवींद्रनाथ भी थे। इससे इनका इस्तीफा सही भी हो सकता है। इससे इस्तीफे की खबर जनचर्चा बनने लगी। विधायक को लोग फोन करने लगे। उन्होंने कहा कि यह गलत है। उन्हाेंने इस्तीफा नहीं दिया है, वे इस बारे में सोच भी नहीं सकते हैं।