Sunday , November 24 2024

इटावा में अभी भी लगे सरकारी संस्थानों पर योगी और मोदी के पोस्टर

इटावा में पेट्रोल पंप, ऑटो रिक्शा, थाने और सरकार से मदद प्राप्त करने वाले संस्थान, सड़क पर लगे किलोमीटर वाले बोर्ड में चुनाव आचार संहिता की जमकर धज्जियां उड़ रही हैं। गजब की बात तो यह दिखी कि चुनाव को निष्पक्ष कराने वाली पुलिस थाने में भी सरकारी विज्ञापनों की होर्डिंग, बैनर लगे पड़े हैं और अधिकारियों की इसकी कोई भी सुध नहीं है। इसी मुद्दे पर सपा जिलाध्यक्ष ने प्रशासन की मंशा पर सवालिया निशान खड़े किए हैं।

आचार संहिता लगने के बाद हटाना था पोस्टर

बता दें कि यूपी सहित 5 राज्यों में चुनावों की घोषणा होते ही मुख्य निर्वाचन आयोग द्वारा आचार संहिता की घोषणा की जा चुकी है। जिसके साथ ही सत्ताधारी पार्टी, विपक्षी पार्टियों के होर्डिंग, बैनर, पोस्टर, वॉल पेंटिंग्स को जिला प्रशासन ने हटवाया और सभी दलों को अवगत करवा दिया कि वह अपने प्रचार-प्रसार को हटा लें, लेकिन समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष ने जिला प्रशासन के ऊपर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि, सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के होर्डिंग, बैनरों को प्रशासन द्वारा अब तक कई स्थानों से नहीं हटाया गया है। इसको लेकर इलेक्शन कमीशन को पत्र भेजकर यहां के अधिकारियों की मंशा से अवगत कराने की बात कही।

समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने जनपद के निजी एवं सरकारी कार्यालयों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के कई जगाहों पर पोस्टर बैनर लगे होने की बात कही। जिसमें उन्होंने साफ तौर पर जिला प्रशासन की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए। जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने मीडिया से बात करते हुए कुछ तस्वीरें भी दिखाई। जिनमें सत्ताधारी पार्टियों के सरकारी विज्ञापनों में योगी, मोदी की तस्वीरें लगी दिखाई दे रही हैं।

प्रशासन की कार्यशैली पर उठाए सवाल

शहर के पेट्रोल पंपों पर सरकार से मदद प्राप्त करने वाले आंखों के अस्पताल, सड़क पर दौड रहे ऑटो रिक्शा, यहां तक कि जनपद के भर्थना थाने में भी सत्ताधारी नेताओं के विज्ञापनों वाली तस्वीर लगी दिख रही है। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने इस मामले पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि जो पुलिस और प्रशासन निष्पक्ष चुनाव कराने की बात करता है, वह खुद चुनाव आयोग की गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ा रहा है। गोपाल यादव ने प्रशासन की इस कार्यशैली के बारे में चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग करने की बात कही है।

अस्पताल के अंदर लगे भाजपा के पोस्टर

वहीं शहर के लड़ैती भवन ट्रस्ट के आंखों का अस्पताल, जहां आयुष्मान योजना के विज्ञापन वाले बैनर अस्पताल के अंदर और बाहर लगे दिखाई दिए। इस पर जब ट्रस्ट में बैठे निजी डॉक्टर से बात की गई तो उन्होंने साफ तौर इस बात को नकार दिया कि इस बैनर से कोई दिक्कत नहीं है। हमें अभी ऐसे कोई निर्देश नहीं मिले जो हम बैनर हटाते।