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No Lockdown in 2022: क्या फिर कोरोना के डर से लोगों को घर में होना पड़ेगा कैद ? WHO चीफ ने दिया बयान

 देश में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात उन बड़े राज्योॆं में शामिल हैं जहां कोरोना की तीसरी लहर के बाद पाबंदियां बढ़ा दी गई हैं।

ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। दिल्ली जैसे उच्च संक्रमण दर वाले राज्यों में निजी दफ्तर बंद कर दिए गए हैं या 50 फीसदी अनुमति के साथ ही खुले रहेंगे। रेस्त्रां और बार 50 फीसदी क्षमता के साथ खुले रहेंगे। शादी और अंतिम संस्कार में भीड़ जुटाने की अनुमति नहीं होगी।

इस मुद्दे पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन का बयान आया है। सौम्या स्वामीनाथन का साफ कहना है कि लॉकडाउन समाधान नहीं है। उनके मुताबिक, कोरोना संक्रमण और इसके अलग-अलग वेरिएंट्स को लेकर अब दुनिया में समझ पैदा हो गई है। वैज्ञानिकों को पता है कि इस बीमारी का सामना कैसे करना है। लोग भी जागरूक हुए हैं।

दफ्तर चलते रहेंगे, लेकिन जिन क्षेत्रों में पॉजिटिविटी रेट अधिक है, वहां 50 फीसदी क्षमता की पाबंदी लग सकती है। जहां वर्क फ्रॉम होम संभव है, वहां कर्मचारियों को इसकी अनुमति देना होगी।

बाजार खुले रहेंगे, लेकिन मास्क अनिवार्य होगा। मास्क नहीं लगाने पर चालान कटेंगे।बार और रेस्त्रां बंद रहेंगे या 50 फीसदी क्षमता के साथ खुले रहेंगे। टेक अवे की सुविधा पर जोर रहेगा।