भारत और साउथ अफ्रीका के बीच केपटाउन में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में डीआरएस का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में आ गया. इस पर फिर सवाल उठने लगे हैं.
मैच के तीसरे दिन रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर साउथ अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर को अंपायर ने आउट दे दिया था लेकिन रिव्यू लेने के बाद ये फैसला पलट दिया गया .
टीम के कप्तान एल्गर ने अब इस मुद्दे पर कहा है कि डीआरएस विवाद से उन्हें भारत के खिलाफ निर्णायक तीसरे टेस्ट में लक्ष्य तक पहुंचने का समय मिल गया क्योंकि इससे टीम इंडिया का ध्यान भटक गया था.
एल्गर ने कहा ,”इससे हमें समय मिल गया और हमने तेजी से रन बनाए. इससे लक्ष्य तक पहुंचने में मदद मिली. इससे हमें फायदा हुआ. उस समय वे मैच के बारे में भूल ही गए थे और जज्बाती हो गए थे. मुझे इसमें काफी मजा आया. शायद वे दबाव में थे और हालात उनके अनुकूल नहीं थे जबकि उन्हें इसकी आदत नहीं है.”
बॉक्सिंग डे टेस्ट में 113 रन से हार के बाद एल्गर ने टीम के साथ तल्ख बातचीत की जिसका नतीजा अनुकूल रहा. उन्होंने कहा ,”घरेलू सीरीज का पहला मैच हारना कभी भी आदर्श नहीं होता. साउथ अफ्रीका में हालांकि धीमी शुरुआत करने का चलन बन गया है. हम पहला टेस्ट हारने के बाद जागे और अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन करके बाकी मैच जीते. ”