*औरैया,भीषण ठंड से लोगों को नहीं मिल रही राहत, जन-जीवन प्रभावित*
*अछल्दा/कंचौसी।* पिछले 72 घंटे से तापमान में आई गिरावट के चलते शीतलहर का प्रकोप इतना बढ़ गया है, कि जनपद में जनमानस को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। वही जनजीवन बहुत ही प्रभावित हुआ है। इसके साथ ही पशु पक्षियों का भी हाल बेहाल है। जिले के विभिन्न कस्बों के अलावा ग्रामीण अंचलों में भी सर्दी का प्रकोप तेजी से बढ़ गया है। जिसके चलते लोग घरों में दुबके हुए रहे , तथा आग का सहारा ले रहे है।
भीषण शीतलहर का कहर जारी है। सोमवार को अपरान्ह तक छाए रहे घने कोहरे और सर्द हवा के चलते गलन में रत्ती भर की कमी नहीं आई। हाड़ कंपा देने वाली ठंड से जन-जीवन अस्त-व्यस्त रहा। जरूरी कार्य आने पर घरों से बाहर निकलने पर लोग बेहाल रहे। नगरों में खरीदारी के दौरान कहीं भी अलाव दिखने पर लोग कामकाज छोड़ हाथ सेंकने में जुट जा रहे हैं। राहत मिलने के बाद ही लोग आगे बढ़ रहे हैं। इससे लोगों के जरूरी कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। अधिकतम तापमान 16डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रहा। कस्बा समेत ग्रामीणांचलों में सोमवार को सुबह तो हालत यह रही कि चारों ओर छाए भीषण कोहरे के चलते लोग बिस्तर व घरों से निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। उठे भी तो नित्यक्रिया से निवृत्त होने के बाद अलाव का दामन थाम लिए। आम जन से लेकर कस्बे के व्यापारी भी अलाव सेंककर राहत लेने के बीच अपने व्यावसायिक काम को निबटा रहे हैं। शीतलहर का असर दफ्तरों समेत बाजारों पर भी पड़ है। बाजारों में शाम ढलने के पहले ही सन्नाटा पसर जा रहा है, जिससे दुकानदारों का व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। नौकरी पेशा लोगों को कार्यालय तक पहुंचना जहां दूभर हो गया, वहीं पहुंचे भी तो लोग अलाव जलाकर हाथ सेंकते नजर आए। उधर कोहरे के चलते सड़कों पर वाहनों की रफ्तार थम गई। रात में अधिकतर वाहन चालक जहां-तहां वाहन खड़ा करने को विवश हो उठे या फिर काफी धीमी रफ्तार से चले। इसी तरह सही पिछले कई दिन से मौसम मे हो रही गिरावट का असर कंचौसी व आसपास दिखाई दे रहा है। तापमान सोमवार सुबह से नीचे चला जाने से आम जन जीवन अस्त व्यस्त रहा। आसमान मे बादल छाने शीतलहर चलने धूप न निकलने से लोग घरो मे दुबने को बिबस है, आम दिनो की तरह बाजारो मे सन्नाटा पसरा रहा। रेलवे स्टेशन पर आम दिनो की तरह चहल पहल नही दिखाई दे रही है , तो आम छोटे दुकानदार सर्दी से बचाव के लिए कागज गत्ता एवं रबर जला कर अलाव के सहारे तापने को मजबूर हैं। वही ग्रामीण इलाको मे ठंड से हाल और भी खराब है जहां आम आदमी बचाव के लिए घास फूस से ताप कर गुजारा कर रहे हैं। वही जानवर व पक्षी आदि सर्दी से सहमे हुये हैं। जिनके बचाव के लिए सरकारी सहायता अभी तक नही मिली है , न ही ग्राम पंचायत व तहसील अधिकारियो द्वारा अलाव लगाये गये हैं। यही हाल देहात जिले के हिस्से कंचौसी नगर पंचायत का है। इसी तरह से औरैया समेत जनपद के कस्बा दिबियापुर , सहायल ,सहार वेला, बिधूना , एरवाकटरा , फफूंद अटसू , बाबरपुर , अजीतमल , मुरादगंज व अयाना के अलावा ग्रामीणांचलों से भी शीतलहर से संबंधित समाचार प्राप्त हुए हैं।
रिपोर्टर :-: आकाश उर्फ अक्की भईया फफूंद