इटावा में आयुष्मान योजना के कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार कर दिया है। जिससे लाभार्थी भटक रहे हैं। बताया जा रहा है कि कर्मचारियों को करीब 6 महीने से वेतन नहीं मिला है। इससे स्वास्थ्य कर्मचारियों का परिवार भुखमरी की कगार पर है। आयुष्मान योजना के तहत मरीजों को इलाज दिलाने के लिए जिला अस्पताल, सीएचसी पर व अन्य कार्य करने वाले कर्मचारियों में आक्रोश है।
सभी काम बंदकर सीएमओ कार्यालय के बहार 5 दिनों से धरने पर बैठे हैं। वहीं, आयुष्मान योजना में ड्यूटी पर लगे कर्मचारियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कोरोना योद्धा का मिला सम्मान प्रतीक चिन्ह सीएमओ को वापस कर दिया है।
कोरोना योद्धा का सम्मान वापस किया
जिले में 1 लाख 70 हजार आयुष्मान कार्ड धारक परिवार हैं जिनमें लगभग 7 लाख लोगों का आयुष्मान कार्ड बने हैं। लेकिन इस समय स्वास्थ्य कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के कारण सभी पात्र दर दर भटकने को मजबूर हैं। करीब 12 से अधिक कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार किया है। उनका कहना है कि अगर वेतन नहीं दिया गया तो कार्य बहिष्कार के साथ चुनाव बहिष्कार भी करेंगे।
भ्रष्टाचार करना चाहते हैं कर्मचारी
कर्मचारियों का कहना है की 6 महीने से वेतन नहीं मिला है। अब हमारा परिवार भुखमरी की कगार पर है। ऐसे में कैसे परिवार चलाएं। अधिकारी भ्रष्टाचार करना चाहते हैं। सैलरी नहीं दे रहे हैं। लगातार काम का बोझ बढ़ा हुआ है तीसरी लहर की भी दस्तक दिखाई दे रही है। कई बार अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। लेकिन कोई भी सुनने वाला नहीं है। कोई ना कोई बहाना करके सैलरी नहीं दे रहे हैं।
सीएमओ भगवानदास भीरोरिया ने कहा कि यह लोग अभी कोरोना सम्मान की शील्ड वापस दे गए हैं। 6 माह से तनख्वाह न मिलने की जो बात है। अधिकारियों के संज्ञान में है इस समस्या को जल्द हल कराया जा रहा है।