*जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर श्री आदिनाथ भगवान का मना मोक्ष कल्याणक दिवस*
*तीन दिवसीय महा महोत्सव का हुआ समापन अंतिम दिन उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़*
जसवंतनगर- नगर के प्रमुख जैन मंदिर श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर जैन बाजार में आज महा अर्चना महा महोत्सव के अंतिम दिन तीर्थंकर श्री आदिनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक दिवस बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। आचार्य गुरुवर श्री आदित्य सागर जी महाराज (ससंघ) के निर्देशन में समस्त कार्यक्रम प्रारंभ हुए आदिनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक दिवस होने के कारण प्रातः से ही जैन अनुयायियों का जैन मंदिर में ताता लगा रहा सभी श्रद्धालु अपने हाथ में श्रीफल, अष्ट द्रव्य एवं निर्वाण लाडू लेकर आ रहे थे।
सौधर्म इन्द्र-इंद्राणी सचिन, प्रीति जैन एवं कुबेर इंद्र-इंद्राणी अनिल, लता जैन द्वारा अगवानी करते हुए श्री जी का पंडुक शिला पर भव्य अभिषेक किया गया इस दौरान भजनो की धुनों पर भक्तो द्वारा नृत्य भी प्रस्तुत किया गया समूचा वातावरण भाव विभोर होते हुए पूरे प्रांगण में जयकारो का जयघोष होने लगा। शांति धारा करने का सौभाग्य महेश चंद्र जैन परिवार एवं गुरुदेव का पाद प्रक्षालन कुमदेश, विशाल जैन परिवार ने किया व आचार्य श्री अभिनंदन सागर जी के समाधि दिवस पर जयदीप जैन परिवार द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया।
आज के महत्वपूर्ण दिवस पर प्रकाश डालते हुए आचार्य श्री आदित्य सागर जी ने बताया इस काल में आज का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है इस युग के प्रथम तीर्थंकर श्री आदिनाथ भगवान ने आज के दिन ही मोक्ष को प्राप्त किया था। माघ कृष्ण चतुर्दशी के दिन सूर्योदय के समय उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भगवान ने पूर्व दिशा की ओर मुँह करके 10000 मुनियों के साथ सर्व कर्मो का नाश किया और एक समय में सिद्धलोक में जाकर विराजमान हो गये।उसी क्षण इन्द्रों ने आकर भगवान का मोक्ष अर्थात निर्वाण कल्याणक महोत्सव मनाया।
विनीत जैन, चेतन जैन, पंकज जैन, राजकुमार जैन, विनोद जैन, नवीन जैन, प्रखर जैन, मनोज जैन आशीष जैन, विवेक जैन, अंकित जैन आदि समस्त समाज द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया गया।