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इटावा अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट चुनावी मुद्दा बनता जा रहा है।

इटावा में अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट चुनावी मुद्दा बनता जा रहा है। एक माह पूर्व अखिलेश यादव लायन सफारी पहुंचे थे। उन्होंने सफारी के हालात पर चिंता व्यक्त की थी। वहीं प्रोफेसर रामगोपाल ने एक कार्यक्रम के दौरान वर्तमान सरकार के द्वारा जिले में कोई काम न करवाने और लायन सफारी को न खोले जाने को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, अगर सरकार शेरों को देखने के लिए लायन सफारी खोल देती तो पर्यटकों से आने वाले राजस्व से ही सफारी का संचालन होता रहता।

एशिया लेवल का बना है सफारी पार्क

बता दे कि लायन सफारी पर लगा ग्रहण खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट कहे जाने वाला एशिया लेवल का सफारी पार्क पिछले 7 वर्षों से शुरू न होने के चलते पर्यटकों में काफी निराशा देखने को मिल रही है। वहीं अब लायन साफरी को खोले न जाने को लेकर प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने कार्यकता सम्मेलन में प्रदेश सरकार की गलत मंशा को लेकर निशाना साधा। एक माह पूर्व सपा प्रमुख अखिलेश यादव लायन सफारी पार्क में पहुंचे थे, जहां उन्होंने सफारी के हालात पर चिंता व्यक्त की थी।

2016 में लायन सफारी पार्क में स्पॉटेड डियर का तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुभारंभ इस उम्मीद के साथ किया था कि जल्द ही इसमें ब्रीडिंग के जरिए गुजरात से आए शेरों का कुनबा बढ़ा कर इसे एशिया लेवल के लायन सफारी पार्क के प्रोजेक्ट को विश्व पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित किया जाएगा।

कई शेरों की हो चुकी है मौत

पूर्व में लायन सफारी प्रोजेक्ट पर मौत का साया छाया हुआ था, जिसमें एक दर्जन शेरों की कैनाइन डिस्टैंपर संक्रमण की बीमारी से मौत हो गई थी। जिसके बाद यह तय था कि इस सफारी को मल्टीपल सफारी बनाकर शेरों को यहां से दूर कर दिया जाएगा और अखिलेश यादव का यह ड्रीम प्रोजेक्ट सिर्फ एक ड्रीम बनकर ही रह जाएगा, लेकिन सफारी पार्क की टीम ने और डॉक्टरों ने इस बीमारी को पकड़ा और शेरों का इलाज किया और अन्य शेरों को भी बचाया।

सिर्फ 18 शेर-शेरनी हैं सफारी में

जिसके बाद लगातार सफारी में शेरों की ब्रीडिंग हुई और शेरों का कुनबा बढ़ने लगा। वर्तमान में सफारी में 18 शेर-शेरनी मौजूद हैं, लेकिन पर्यटकों के लिए अब तक यहां पूरी तरह से लायन नहीं दिखाए जाते, जिस कारण इस सफारी में खुले में शेरों को देखने की पर्यटकों का सपना अभी सपना ही बना हुआ है।

350 हेक्टेयर में बना है सफारी पार्क

350 हेक्टेयर में बना यह सफारी पार्क, जिसमें 5 सफारी बनी हुई है। जिनमें, लायन, लैपर्ड, स्पॉटेड डियर, ब्लैक बग, बियर मौजूद हैं। पर्यटकों को बियर, ब्लैक बग, स्पॉटेड डियर तो दिखाए जा रहे हैं, लेकिन लायन के दीदार सिर्फ जालीदार पिंजडे में करवाए जा रहे हैं, जिस तरह से चिड़ियाघरों में करवाएं जाते है।

जबकि लायन सफारी का मुख्य मकसद है। इसमें एशिया टिक शेरों की ब्रीडिंग और सफारी के 50 हेक्टेयर इलाके में शेरों को खुला छोड़कर पर्यटकों को बंद सुरक्षित वाहनों से उनके दीदार करवाना है।