देश में सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नतीजे कल घोषित किए जाएंगे. पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी पर प्रशासनिक मशीनरी के जरिए वोटों की चोरी का आरोप लगाते हुए दावा किया कि यहां के अधिकारी डीएम को निर्देश दे रहे हैं कि जहां बीजेपी हार रही है, वहां मतगणना धीमी कर दी जाए.
अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके वाराणसी में ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. साथ ही एग्जिट पोल पर भी सवाल उठाये हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि अगर ईवीएम को हटाना है तो प्रत्याशी को बताएं. मतगणना में धांधली की कोशिश को नाकाम करने के लिए सपा-गठबंधन के सभी प्रत्याशी और समर्थक अपने-अपने कैमरों के साथ तैयार रहें.
अखिलेश के इन सभी आरोपों पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री और यूपी में चुनाव प्रभारी अनुराग ठाकुर ने कहा, “10 मार्च का इंतजार करें..अखिलेश (यादव) ने नतीजे आने से पहले ही कहना शुरू कर दिया है कि ईवीएम में गड़बड़ी है. चुनाव के दौरान अखिलेश यादव को एहसास हुआ कि लोग उन्हें गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. सपा के ‘चाल, चरित्र और चेहरा’ का पदार्फाश हो गया है.
इस पूरे मामले में चुनाव आयोग ने कहा कि ईवीएम प्रशिक्षण के लिए ले जाई जा रही थीं, जिसको कुछ राजनीतिक लोगों ने रोककर चुनाव में प्रयुक्त ईवीएम कहकर अफवाह फैलाई. चुनाव आयोग ने बयान जारी करके कहा किकुछ मीडिया चैनलों की ओर से यह संज्ञान में लाया गया है कि वाराणसी में आज कुछ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें गाड़ी में ले जायी जा रही थीं.