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ऊषा इंटरनेशनल ने गवर्मेंट ई-मार्केटप्लेस (जीईम) के साथ की साझेदारी

ऊषा इंटरनेशनल ने गवर्मेंट ई-मार्केटप्लेस (जीईम) के साथ की साझेदारी
अपने सिलाई स्कूल प्रोग्राम के जरिए सोइंग ऐज सर्विस वर्टिकल की स्थापना की

9 मार्च 2022 : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, देश की प्रमुख घरेलू उपभोक्ता उत्पाद बनाने वाली प्रमुख कंपनियों में से एक, ऊषा इंटरनेशनल लिमिटेड, ने भारत सरकार के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की। इस साझेदारी के माध्यम से ऊषा एक खास वर्ग की जरूरतों को पूरा करने के लिए जीईएम पोर्टल पर एक नया वर्टिकल-सोइंग एज ए सर्विस की स्थापना में सहयोग देगी। यह ऊषा के सिलाई स्कूल प्रोग्राम से जुड़ी महिलाओं के भविष्य में एकजुट होने और उनकी आमदनी बढ़ाने का रास्ता खोलेगा। सरकार ने आदेश दिया है कि सरकारी विभागों या एजेंसियों की ओर से सालाना दिए गए 15000 करोड़ रुपये के ऑर्डर का कम से कम 3 फीसदी क्षेत्रीय ग्रामीण महिला समूहों को दिया जाएगा। यह बहुत बड़ा कदम है। इससे ऊषा सिलाई स्कूल से जुड़ी महिलाओं की आजाविका कमाने की क्षमता और बढ़ेगी।

भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने सरकारी खरीदारों के लिए खुला और पारदर्शी मंच बनाने के उद्देश्य से इस पोर्टल को लॉन्च किया था। भारत में सार्वजनिक खरीदारी के लिए जीईएम ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बनाया गया है। सरकारी उपयोक्तालओं के लिए जीईएम पोर्टल के माध्यम से खरीदारी करना वित्त मंत्रालय द्वारा अधिकृत और अनिवार्य बना दिया गया है।जीई एम के साथ ऊषा की यह रणनीतिक साझेदारी ऊषा सिलाई स्कूल के ढांचे को यह सेवा प्रदान करने के लिए विशेषज्ञता प्रदान करेगी। इससे महिलाओं को क्षेत्रीय स्तर पर सिलाई के ऑर्डर देने में मदद मिलेगी।

इस साझेदारी के तहत जेईएम ऊषा सिलाई स्कूल से जुड़ी महिलाओं को जीईएम पोर्टल पर सूचीबद्ध करेगा, ताकि उन्हें मार्केट लिंकेज के तौर पर विभिन्न ऑर्डर देने की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके। ऊषा तकनीकी विशेषज्ञ मुहैया करायेगा, जो सिलाई पर अपने ज्ञान को साझा करेंगे। जीईएम के अधिकारी ऊषा सिलाई स्कूल से जुड़ी महिलाओं का नामांकन करने की प्रक्रिया और उनको ऑनबोर्ड लाने की व्यवस्था पर सेशन आयोजित करेंगे। ऊषा उन महिलाओं का चुनाव करेगा, जो बेहतरीन सिलाई में प्रवीण है और सिलाई के ऑर्डर को लेने और उसे बेहतर ढंग से पूरा करने में सक्षम है। अगर जरूरत पड़ी तो सिलाई मशीन स्कूल से से जुड़ी महिलाओं को अपने ऑर्डर को पूरा करने के लिए अतिरिक्त सुविधाएं दी जाएंगी। सिलाई स्कूल की महिलाओं को भारत सरकार के अधिकारियों के साथ यूएसएस के सदस्य इस प्रक्रिया के बारे में शिक्षित करेंगे। यह साझेदारी कई पहलुओं को लेकर होगी, जो न सिर्फ सिलाई स्कूल की महिलाओं की, बल्कि जीईएम पोर्टल पर मौजूद हर व्यक्ति की मदद करेगी। इसमें कौशल विकास करना, पैरवी करना, पहुंच बढ़ाना, क्षमता निर्माण और मूल्य वर्धित सेवाएं शामिल हैं।

ऊषा इंटरनेशनल की उपाध्यक्ष मेरी रूपा टेटे ने इस साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए कहा, “यह एक बहुत बड़ा कदम है। यह ऊषा सिलाई स्कूल की पहल का यह स्वाभाविक विकास है, जिसे हम एक दशक से ज्यादा समय से बना रहे हैं। आज के खास दिन महिलाओं के कौशल विकास में मदद के लिए सरकार के साथ हमारी साझेदारी को देखकर, मुझे यह आशा है कि यह पहल देश भर में हजारों लोगों को वह कौशल सिखाने में मदद करेगी, जो उद्यमिता के सफर में उनकी मदद करेगा। महिलाओं को मजबूत बनाने और उन्हें विभिन्न कौशल सिखाने में जीईएम पोर्टल से खरीदारी के लिए जुड़ना एक बहुत उत्साहजनक मौका है। यह कड़ी मेहनत का फल है।”

ऊषा सिलाई स्कूल के विषय में : सिलाई स्कूल प्रोग्राम ऊषा इंटरनेशनल लिमिटेड की देश भर में समुदाय आधारित ग्रामीण पहल है। इस सामाजिक पहल का उद्देश्य दूरदराज के क्षेत्रों, बस्तियों और भारत के गांवों में हाशिए पर अपनी जिंदगी गुजार रहे साधनविहीन वर्ग की महिलाओं को सशक्त बनाना है। 2011 में ऊषा सिलाई स्कूल प्रोग्राम शुरू किया गया था और मौजूदा समय में देश के सभी राज्यों में 28,628 सिलाई स्कूल हैं। इसके नेपाल में 100, श्रीलंका में 20 और भूटान में 3 उत्पादन केंद्र है। सिलाई स्कूल प्रोग्राम का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर उन्हें आजीविका कमाने के अवसर मुहैया कराना है। इसके लिए महिलाओं को सिलाई और कढ़ाई का प्रशिक्षण तो दिया ही जाएगा, उन्हें उद्यमिता कौशल भी सिखाया जाएगा। इस कार्यक्रम का दूसरा लक्ष्य आर्थिक आत्मनिर्भता से महिलाओं को अपने समाज, परिवार, समुदाय में पहचान दिलाना है।

सिलाई स्कूल के बारे में विस्तार से जानने के लिए https://www.ushasilaischool.com पर जाएं।