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औरैया,राधा बल्लभ मंदिर में मनाई गई राधा होली*

*औरैया,राधा बल्लभ मंदिर में मनाई गई राधा होली*

*फफूंद,औरैया।* नगर के मोहल्ला कटरा हेमनाथ मे राधाबल्लभ मंदिर में महिलाओ की ओर से राधा होली धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान राधा-कृष्ण के स्वरूपों की पूजा की गई। फूलों से होली भी खेली गई।गुरुवार को को महिला रंजना दीक्षित ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। संरक्षक किरन पाण्डेय ने होली के पर्व पर रोशनी डाली। इस बीच सभी को गुलाल का तिलक लगाकर होली खेली गई। फूलों से भी एक-दूसरे के साथ होली का आनंद लिया। कार्यक्रम में राधा-कृष्ण बने बच्चों ने अपनी अलग छाप छोड़ी। ऐसी मान्यता है रूठी राधा को मनाया था श्री कृष्ण ने रूठी राधा को मनाया था श्रीकृष्ण ने पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार भगवान श्रीकृष्ण काफी दिनों तक राधारानी से मिल नहीं पाए। इस वजह से राधारानी उनसे रूठ गईं। राधारानी के साथ उनकी सखियां गोपियां भी श्रीकृष्ण से नाराज हो गईं। राधाजी को प्रकृति का प्रतीक माना जाता है। उनके रूठने से फूल, पेड़, पौधे सब मुरझाने लगे। भगवान श्रीकृष्ण तो अंतर्यामी थे। उनको प्रकृति की दशा देखकर के राधाजी और गोपियों की दशा के बारे में पता चल गया। वे जान गए कि वे सभी उन से नाराज हो गए हैं। एक दिन भगवान श्रीकृष्ण राधाजी से मिलने बरसाना पहुंच गए। श्रीकृष्ण से मिलकर राधारानी और गोपियां प्रसन्न हो गईं। चारों ओर फिर से प्रकृति में हरियाली छा गई। श्रीकृष्ण ने एक फूल तोड़कर राधाजी पर फेंक दिया। तब राधारानी ने भी एक फूल तोड़ा और श्रीकृष्ण पर फेंक दिया। यह देखकर गोपियां भी फूल तोड़ने लगीं और एक दूसरे पर फूल फेंकने लगीं। इस तरह से उस दिन फूलों की होली शुरु हो गई। उस दिन फाल्गुन शुक्ल द्वितीया तिथि थी। उस दिन के बाद से हर साल फाल्गुन शुक्ल द्वितीया को फूलों की होली खेली जाने लगी। यह दिन फुलेरा दूज के नाम से प्रसिद्ध हो गया। इस मौके पर पुजारी मनोज कुमार दीक्षित, महेश चंद गुप्ता, मोनी शुक्ला,किरन पाण्डेय,पूनमअवस्थी,नीरज अवस्थी, सन्नो कुमारी,सोनी पाण्डेय, पुष्पा शुक्ला, सीमा शुक्ला, गौरी अग्निहोत्री,राजू कुशवाहा सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

रिपोर्टर :-: आकाश उर्फ अक्की भईया फफूंद