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औरैया।* प्रसव के बाद पिटाई से नवजात की मृत्यु ,अस्पताल में तैनात नर्सों द्वारा ज्यादा पिटाई से नवजात की हुई मौत

*औरैया,नर्सों की पिटाई से नवजात की मौत*

*औरैया।* प्रसव के बाद पिटाई से नवजात की मृत्यु ,अस्पताल में तैनात नर्सों द्वारा ज्यादा पिटाई से नवजात की हुई मौत , परिजनों ने अस्पताल प्रशाशन पर लगाये गम्भीर आरोप , सरकारी अस्पताल से जबरन आशा बहू ने प्राइवेट अस्पताल में करवाया था भर्ती , मैक्स प्लस अस्पताल में प्रसव के बाद पिटाई से हुई बच्चे की मौत पर हंगामा , अस्पताल से कमीशन के चक्कर मे सरकारी अस्पताल से निकाल कर मैक्स प्लस में कराया था आशा बहू ने भर्ती , लगातार मैक्स प्लस अस्पताल में किये जाते हैं नियम विरुद्ध ऑपरेशन , स्वास्थ नियमावली व आदेशों को दरकिनार कर होती है मरीजों से इलाज के नाम पर लूट , घटना की जानकारी पर स्वास्थ्य विभाग हुआ अलर्ट , cmo औरैया ने जांच के बाद कार्यवाही की कही बात । यूपी के औरैया जनपद में आज एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है , जहां प्रसव पीड़ा होने पर प्रसव के लिए एक महिला को 50 शैया अस्पताल औरैया में आशा के द्वारा लाया गया जहां पर महिला की हालत बिगड़ने पर और ऑपरेशन की बात कही गई , तब प्रसव पीड़ा झेल रही महिला को सदर कोतवाली क्षेत्र के तिलक नगर स्थित मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां पर प्रसव के बाद बच्चे की मौत हो गई।पीड़िता मोहिनी वाइफ ऑफ शैलेश कुमार के अनुसार दर्द होने पर प्रसव के लिए 50 शैया अस्पताल आई थी , जहां पर हालत बिगड़ने पर आशा बहू रामजानकी ने तिलक नगर स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया था जहां पर बच्चा सही सलामत हुआ था लेकिन बच्चा खत्म हो गया है । वहीं सावित्री देवी का आरोप है की दर्द होने पर पर 50 शैया अस्पताल गई थी जहां से उसे आशा बहू उसे मैक्स हॉस्पिटल में लाई जहां पर बच्चा सही सलामत हुआ था लेकिन नर्सों ने उसे पीट-पीटकर मार डाला , नर्सों द्वारा कहा गया कि बच्चा होने पर थोड़ा पीटा जाता है लेकिन नर्सों ने ज्यादा पीटने से नवजात की मृत्यु हो गई क्योंकि बच्चे के शरीर पर उंगलियों के निशान छपे हुए हैं ।
वहीं cmo अर्चना श्रीवास्तव ने घटना की जानकारी मिलते ही दोषी अस्पताल वालो के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं , जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की बात कही गई । जिस मासूम की किलकारी और रोने की आवाज को सुनने के लिए 7 माह का इन्तेजार परिवारीजन बेसब्री से कर रहे थे उन्हें क्या पता था कि ज्यादा कमीशन के चक्कर मे आशा बहू द्वारा प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवाकर उस मासूम का शव परिवारीजनों को सौंप देंगे ।
यह कोई पहला मामला नही है जब किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में ऐसी घटना हुई है इससे पहले भी कई अस्पताल इस प्रकार मरीजों की जान को लील चुके है लेकिन प्रशाशन द्वारा आज तक शायद जांच ही करवाई जा रही है ।

रिपोर्टर :-: आकाश उर्फ अक्की भईया फफूंद