तरुण तिवारी बकेवर
नीम हकीम खतरा ए जान ,उक्त कहावत इस समय बकेवर थाना क्षेत्र में कस्बा बकेवर अहेरीपुर निवाड़ी कला महेवा लखना कस्बा से लेकर सभी गांव में पूरी तरह लागू हो रही है कुछ डॉक्टर तो अपने घरों पर ही प्राइवेट क्लीनिक चला रहे हैं ।जिन बीमारियों का इलाज बड़े-बड़े इन रिसर्च सेंटर पर नहीं हो पाती है। उनका इलाज यह सड़क छाप गारंटी से करते हैं। इस समय जब मौसम बदल रहा है ।नई-नई बीमारियों का इजाफा हो रहा है ।उसी अनुपात में छोटे कस्बे के झोलाछाप डॉक्टरों की कमाई में भी इजाफा हो रहा है आपको बताते चलें कि इस समय ज्यादा तर डॉक्टर तो आठवीं पास भी नहीं है ना इसके पास कोई डिग्री है किसी भी बड़े डॉक्टर के पास कुछ महीने कम्पाउंड्री करके नया डॉक्टर तैयार हो जाता है पूंजी के नाम पर बस थर्मामीटर ब्लड प्रेशर मशीन कुछ दवाइयां खरीद कर अपना अस्पताल शुरू कर देते हैं। जिन बीमारियों का इलाज दुनिया के बड़े से बड़े डॉक्टर करने की हिम्मत ना कर पाए। वही यह डॉक्टर बुखार खांसी से लेकर लाइलाज बीमारी का इलाज गारंटी से करते हैं ।यह न सिर्फ मानव जीवन से खिलवाड़ करते हैं बल्कि प्रशासन के आंखों में धूल झोंक रहे हैं। झोलाछाप डॉक्टरों की सीरीज में हर राजपुरा महेवा निवाड़ी कला अहेरीपुर लुधियानी लखना नवादा खुर्द गली में भी इसी तरह का एक नीम हकीम बड़े दावों से गंभीर बीमारियों के इलाज के बहाने लोगों को लूट रहे हैं। उनकी दुकान पर सभी तरह की दवाइयां धड़ल्ले से विक रहि हैं ।चाहै वह दवाइयों के सैंपल ही क्यों ना हो जबकि सर्वविदित है कि सैंपल वाली दवाइयां बेचने के लिए नहीं होती ।हमारे संवाददाता को लोगों ने बताया कि वे लोग इन झोलाछाप डॉक्टरों की शिकायत प्रशासन से कई बार कर चुके हैं ।लेकिन प्रशासन आंख बंद करके शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। यह झोलाछाप हर छोटी से छोटी बीमारी पर तरह तरह के टेस्ट लिख देते हैं जिसका उन्हें वहां चल रही पैथोलॉजी के अच्छा खासा कमीशन भी मिलता है ।ईश्वर का दूसरा रूप कहलाने वाले डॉक्टर इस समय द्वितीय दानव की भूमिका बहुत अच्छे से निभा रहे हैं ।इस समय बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी लगातार निराशा से पीड़ित जनता अब मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी से इन डॉक्टर रूपी दानव से छुटकारे की गुहार लगा रही है।