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इटावा स्केटिंग गेम के प्रशिक्षण के लिए बच्चों को नहीं मिल रही सुरक्षित जगह ।

इटावा में स्केटिंग गेम के प्रशिक्षण के लिए बच्चों को सुरक्षित जगह नहीं मिल रही। डीएम कार्यालय और एसएसपी आवास के बहार सुरक्षा की दृष्टि से बच्चे स्केटिंग गेम सीखने लगे। बच्चों और परिजनों ने सरकार से स्केटिंग खेल के लिए ट्रैक बनवाने की मांग की है। यहीं से सीख कर राज्य स्तरीय, देश स्तरीय टूर्नामेंट में बच्चे प्रतिभाग कर चुके हैं। कोच ने कहा, बच्चे और उनके परिजनों की मेहनत से स्केटिंग सिखा पा रहे हैं।

शहर में लगभग एक दर्जन से अधिक ऐसे बच्चे हैं, जो स्केटिंग सीखने के लिए कड़ा परिश्रम कर रहे हैं। बावजूद इसके जिस स्केटिंग गेम के लिए एक सुरक्षित ट्रैक और रिंग होना चाहिए, वह न होते हुए भी बच्चे एसएसपी आवास के बाहर वाली सड़क पर और अंधेरा होने पर डीएम कार्यालय के सामने लगभग पिछले 2 वर्ष से स्केटिंग सीख रहे हैं। ये सभी राज्य स्तरीय, राष्ट्र स्तरीय स्केटिंग गेम में प्रतिभाग कर चुके हैं।

इस खेल को सिखाने वाले भानु प्रताप बच्चों के साथ कड़ी मेहनत और मशक्कत कर रहे हैं, लेकिन कहीं न कहीं उनके चेहरे पर निराशा देखने को मिली। क्योंकि वह जिस खेल को बच्चों को सिखा रहे हैं। उसके लिए पर्याप्त संसाधन उनके पास नहीं हैं। बच्चों के लिए रिंग, ट्रैक उपलब्ध नहीं है। जिस कारण कोच भानु प्रताप बच्चों की लगन मेहनत देखते हुए एसएसपी आवास के बाहर सड़क पर बच्चों को स्केटिंग सिखाने के लिए मजबूर हैं। भानु प्रताप पिछले 2 वर्षों से बच्चों को प्रशिक्षण दे रहे हैं।

 

कोच भानु प्रताप बताते हैं, यह स्पीड स्केटिंग गेम है। हम बच्चों को यहां प्रशिक्षण करा रहे हैं। हमारे पास कोई मैदान नहीं है। जिस वजह से हम एसएसपी आवास के बाहर बच्चों को पिछले 2 वर्ष से सिखा रहे हैं, क्योंकि इस रोड पर ज्यादा ट्रैफिक नहीं है। बच्चों के हिसाब से भी सुरक्षित है। जब यहां अंधेरा हो जाता है तो डीएम कार्यालय के बहार प्रशिक्षण देते हैं।

हमारे सिखाए हुए बच्चे नेशनल लेवल तक खेलों में प्रतिभाग कर चुके हैं। इस खेल में टाइम ट्रायल होती है, जिसमें तीन सौ मीटर, पांच सौ, एक हजार मीटर की टाइम ट्रायल में एक बच्चा प्रतिभाग करता है। 4 हजार 5 हजार मीटर में 6 बच्चे ग्रुप में भगाते हैं।

इस खेल में नेशनल, इंटरनेशनल और अब आने वाले समय में गेम ओलंपिक में भी होने जा रहा है। सरकार से बस हमारी यही मांग है कि हमारे बच्चों के प्रशिक्षण के लिए कहीं भी हंड्रेड मीटर का ट्रैक बनाकर कर देते हैं तो हमारे बच्चों को बहुत सहायता मिलेगी।

स्केटिंग सीखने वाली छात्र नेत्रा का कहना है कि मुझे यहां पर 1 वर्ष सीखते हुए हो गया है। हम स्टेट लेवल पर इस खेल को खेल चुके हैं। परिजन उपेंद्र यादव बताते हैं कि मैं अपने बच्चे को स्केटिंग सिखाने के लिए यहां पर लाता हूं। हमारे यहां स्केटिंग खेल को देखते हुए कोई मैदान कोई नहीं है तो यही एक जगह है जहां बच्चे सुरक्षित स्केटिंग सीखा सकें।