Saturday , November 23 2024

इटावा। (जसवंतनगर) आज देर शाम घर मे निकला लगभग 2 फ़ीट लम्बा एक भेड़िया साँप वोल्फ स्नेक (लाइकोडोंन)

घर मे निकला भेड़िया साँप सुबोध डरे नहीं, मारने की जगह सुरक्षित ले जाकर छोड़ा

(सभी सर्प जहरीले नही होते- सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी)

इटावा। (जसवंतनगर) आज देर शाम लगभग 2 फ़ीट लम्बा एक भेड़िया साँप वोल्फ स्नेक (लाइकोडोंन) पत्रकार सुबोध पाठक के घर मे अचानक दिखाई दिया तभी उन्होंने सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी को उस सर्प का एक वीडियो बनाकर भेजा तब डॉ आशीष ने उसकी पहचान विषहीन सर्प लाइकोडोंन के रूप में की। तब सुबोध पाठक ने बिना डरे ही उसे सुरक्षित रूप से पकड़ कर उसके प्राकृत वास में छोड़ दिया । मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इंडिया के यूपी कोर्डिनेटर वन्यजीव विशेषज्ञ, सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ने फोन पर ही जानकारी देते हुये बताया कि, आजकल सामान्य रूप से दिखाई देने वाला यह छोटा सा लाइकोडोंन (कॉमन वोल्फ स्नेक) सर्प भेड़िया सर्प है। जो कि एक विषहीन प्रजाति का साँप है, जिसके काट लेने से किसी को कोई भी नुकसान या कोई खतरा नही होता है। न ही पीड़ित को काटने के बाद किसी इलाज की आवश्यकता होती है बस किसी भी विषहीन सर्प के काटे हुये स्थान को ठीक से डिटॉल से ही साफ कर देने से उसका इलाज पूर्ण हो जाता है । डॉ आशीष ने सभी से निवेदन किया है कि, यह सर्प विषधारी सर्प करैत से कुछ मिलता जुलता दिखता है लेकिन ध्यान से देखा जाये तो दौनो में भिन्नता है इसके चॉकलेटी ब्राउन रंग के शरीर पर बने बैंड (पट्टियां) चौड़े व पीले रंग की व सिर से शुरू होकर थोड़े दूर दूर होते है वहीं भूरे व काले दो रंग की करैत प्रजाति में यही बैंड (पट्टियां) सफेद रंग की व सिर से थोड़ा पीछे से शुरू होकर पतली पतली व थोड़ी सी दूर दूर दिखाई देती है । ध्यान रखिये करैत व लाइकोडोंन सर्प ज्यादा लम्बे नही होते लाइकोडोंन एक से डेढ़ फीट का जब कि, करैत अधिकतम 3 से साढ़े तीन फ़ीट तक लम्बा हो सकता है। लेकिन जहाँ करैत बेहद ही जहरीला सर्प है वहीं दूसरी ओर लाइकोडोंन एक विषहीन प्रजाति का सर्प है। विदित हो कि, वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी के द्वारा जनपद में संस्था ओशन ऑर्गनाइजेशन फॉर कन्जर्वेशन ऑफ एनवायरमेंट ऑफ नेचर के द्वारा चलाये जा रहे पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम का ही अब असर हो चुका है कि लोगों ने अब सर्पों को मारना ही छोड़ दिया है व सभी डॉ आशीष को उनके हेल्पलाइन नम्बर 7017204213 पर सूचना भी देने लगे है। इस रेस्क्यू के बाद सर्पमित्र डॉ आशीष ने उस बेजुबान सर्प को बचाने व उन्हें सूचना देने के लिये सुबोध पाठक को विशेष धन्यवाद भी दिया।