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बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एजुकेट गर्ल्स संस्था के विकास चौधरी बने टीम बालिका ऑफ द ईयर

एजुकेट गर्ल्स संस्था के विकास चौधरी “टीम बालिका ऑफ द ईयर” अवार्ड से सम्मानित
एजुकेट गर्ल्स संस्था के स्थापना दिवस समारोह में विकास चौधरी को मिला “टीम बालिका ऑफ द ईयर” सम्मान

दिनांक 30 मार्च, चित्रकूट, उत्तर प्रदेश – बालिका शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही संस्था एजुकेट गर्ल्स ने अपना 14 वां स्थापना दिवस समारोह बहुत ही धूमधाम से मनाया। इस समारोह में संस्था के स्वयंसेवकों, कार्मिकों तथा सरकारी अधिकारीयों ने जुड़ कर समारोह को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। स्थापना दिवस समारोह के मौके पर स्वयंसेवक के रूप में जुड़े विकास चौधरी को “टीम बालिका ऑफ द ईयर अवार्ड” से सम्मानित किया गया।
विकास चौधरी बांदा जिले के आऊ गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने एजुकेट गर्ल्स संस्था के उद्देश्य और लक्ष्य के बारे में जानने के बाद टीम बालिका की भूमिका में कार्य करना शुरू किया। उन्होंने समुदाय आधारित शिक्षण कार्यक्रम कैंप विद्या के संचालन के लिए स्थान ढूंढने से लेकर कैंप लगाने तक के लिए प्रयास किए। बारिश के समय वे अपने घर में कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए बच्चों को पढ़ाते थे। गाँव में ऐसे कई अभिभावक थे जो अपनी बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ना नहीं चाहते थे। विकास ने एजुकेट गर्ल्स के कर्मचारी एवं प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों के साथ मिलकर सामुदायिक बैठक के माध्यम से अभिभावकों के मन में एक विश्वास पैदा करने का प्रयास किया। विकास ने लगभग 50 बालिकाओं का नामांकन कराया, जिनमें 10 बालिकाएं ऐसी थीं जो पहले कभी स्कूल नहीं गई।

टीम बालिका विकास चौधरी ने बताया, “मैं बच्चों को पढ़ाने के साथ साथ खुद की शिक्षा भी पूरी कर रहा हूँ। मेरे परिवार में सभी लोग शिक्षित हैं, बच्चों की प्रारम्भिक शिक्षा पर ध्यान देने की प्रेरणा मुझे अपने परिवार से ही मिली है। मैं एजुकेट गर्ल्स संस्था के साथ लैंगिक असमानता को कम करने के लिए आगे भी काम करता रहूँगा।
एजुकेट गर्ल्स के रीजनल मैनेजर श्री नितिन कुमार झा ने बताया “विकास ने बहुत ही कम समय में अपने गाँव में बालिका शिक्षा को एक नई दिशा दी है। कोरोना महामारी से शिक्षा की गतिविधियां रुक गयी थी, लेकिन विकास ने अभिभावकों को जागरूक करने के लिए प्रयास किया और बच्चों का नामांकन कराया। उन्होंने कैंप विद्या का भी कुशल संचालन किया। साथ ही कोविड वैक्सीनेशन को लेकर गांव में जागरूकता के लिए अभियान भी चलाया”।
विकास के ये प्रयास शिक्षा में लैंगिक असमानता को कम करने में महत्वपूर्ण सहयोग दे रहे हैं। अब गाँव के लोग सकारात्मक सोच के साथ बालिका शिक्षा के लिए आगे आ रहे हैं। विकास के कार्य से प्रभावित हो कर गाँव के अन्य युवक भी बालिका शिक्षा के कार्य से जुड़ रहे हैं।
एजुकेट गर्ल्स के बारे में: एजुकेट गर्ल्स एक ग़ैर-लाभकारी संस्था है जो भारत के ग्रामीण और शैक्षिक रूप से पिछड़े इलाकों में बालिकाओं की शिक्षा के लिए समुदायों को प्रेरित करता है। सरकार के साथ साझेदारी में काम करते हुए एजुकेट गर्ल्स वर्तमान में राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के 21,000 से अधिक गांवों में सफलतापूर्वक कार्यरत है। सामुदायिक स्वयंसेवकों की बड़ी संख्या को सहभागी बनाते हुए, एजुकेट गर्ल्स स्कूल से वंचित बालिकाओं की पहचान, नामांकन, और स्कूलों में ठहराव बनाए रखने और सभी बच्चों (दोनों – बालिकाओं और बालकों) के लिए साक्षरता और अंक गणितीय योग्यता में बुनियादी सुधार के लिए मदद करता है । अधिक जानकारी के लिए: www.EducateGirls.ngo | Facebook | LinkedIn | Twitter | Instagram | Blog | YouTube