आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका के लिए भारत संकटमोचक बनकर सामने आया है. श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले ने बताया कि भारत इस साल जनवरी से अब तक श्रीलंका को 250 करोड़ डॉलर यानी करीब 19 हजार करोड़ रुपये की आर्थिक मदद भेज चुका है. उन्होंने कहा कि भारत, श्रीलंका की मदद के लिए मुस्तैदी से खड़ा हुआ है.
भारत ने आर्थिक और ऊर्जा संकट से जूझ रहे श्रीलंका की जरूरतों की पूर्ति के लिए भारत से 40 हजार मीट्रिक टन डीजल की एक खेप श्रीलंका पहुंचाई. भारत की ओर से इस तरह की यह चौथी मदद है. गोपाल बागले ने बताया कि इन चार खेपों में 150,000 मीट्रिक टन से ज्यादा जेट फ्यूल, डीजल और पेट्रोल श्रीलंका पहुंचाया गया है.
इस बीच लंदन के मौलिक अधिकारों की मानिटरिंग करने वाले एमनेस्टी वाचडाग ने श्रीलंकाई सरकार को चेताया कि जनता की सुरक्षा के नाम पर देश में इमरजेंसी की घोषणा मानवीय अधिकारों के उल्लंघन का बहाना नहीं बनना चाहिए.
श्रीलंका फिलहाल इतिहास के सबसे खराब आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है. ईंधन, रसोई गैस के लिए लंबी कतारें, आवश्यक वस्तुओं की कम आपूर्ति और बिजली की लंबी कटौती के कारण श्रीलंका में अशांति पैदा हो गई है.