प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अफगानिस्तान के मुद्दे पर अपने पुराने सहयोगी रूस से बात की है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से उनकी इस मुद्दे पर करीब 45 मिनट तक बातचीत हुई है।
ऐसा इसलिए क्योंकि रूस ने न सिर्फ तालिबान का समर्थन किया है बल्कि ये भी कहा है कि उनका शासन अफगान सरकार से बेहतर होगा।भारत अब तक अपने सैकड़ों नागरिकों को स्वदेश वापस ला चुका है।
इसके अलावा दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के बीच भी इस मुद्दे पर बातचीत हुई है। अफगानिस्तान के हालातों पर पीएम मोदी के नेतृत्व में दो बार सीसीएस की बैठक भी हो चुकी है।
गौरतलब है कि भारत ने बीते दो दशकों के दौरान अफगानिस्तान के विकास के लिए करोड़ों का निवेश किया है। तालिबान की मौजूदगी में इस निवेश पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।