जसवंतनगरः नगर में बड़ी धूमधाम से चल रहे श्री इंद्र ध्वज महामंडल विधान में मां की ममता झूठी पड़ गई नाटक का मंचन किया गया। कहानी का मंचन इतने शानदार ढंग से हुआ कि लोग भावुक होकर एक दूसरे के गले मिलकर रोने लगे। ग्ुरूवार को आयोजित इस कार्यक्रम को जो समाज का वास्तविक स्वरूप है उस स्वरूप को बहुत ही अच्छे ढंग से वंशिका जैनए भूमि जैनए आराध्य जैनए महक जैनए वंश जैनए लब्धि जैन एवं सौम्या जैन ने प्रस्तुत किया किस तरह आजकल लोग स्वार्थ बस जमीन जायदाद के लिए अपनी मां को अपनाते हैं और रुपया पैसा सोना आदि उनसे लेकर घर से बेदखल कर देते हैं। पूरे मंचन की सभी ने भूरी भूरी प्रशंसा की। इससे पूर्व कोटा से पधारे विधानाचार्य पं संजय जी द्वारा अलौकिक संगीतमय कथा प्रस्तुत की गई। उनके द्वारा बताई गई बातों से लोग अचंभित हो गए। किस तरह सियार पशु ने भी दिगंबर मुनिराज के कहने पर मांस भक्षण एवं रात्रि भोजन आदि का त्याग करके जैन धर्म एवं अपने आत्मस्वरूप की साधना की। इस कहानी से हमें यह सीखना चाहिए कि हमें किसी भी विपत्ति में धर्म का साथ नहीं छोड़ना चाहिए धर्म एवं साधर्मी के प्रति समर्पण एवं वात्सल्य रखना चाहिए। कार्यक्रम को सफल बनाने में अनुपम जैन राजेश जैन संजय जैन विमल जैनए मनोज जैन सत्येंद्र जैन मणिकांत जैन आदि का सहयोग रहा