अहंकार पर विजय प्राप्त करना ही सबसे बड़ी तपस्या_आचार्य सतीश शास्त्री
जसवंतनगर । चैत्र नवरात्र के बीच स्थानीय फक्कडपुरा में श्रीमद् भागवत ज्ञान सप्ताह के आयोजन में आचार्य सतीश शास्त्री ने कहा कि अंहकार पर विजय प्राप्त करना ही सबसे बड़ी तपश्चर्या है । श्रीमद् भागवत ज्ञान सप्ताह कथा मैं हम भगवान श्री कृष्ण के जन्म से लेकर महाभारत तक के अद्भुत प्रसंगों का वर्णन सुनते हैं । यह कथा कई बार होती है और हम बार-बार सुनते हैं परंतु कथा को अपने जीवन में नहीं उतारते इसलिए श्रवण का फल अधूरा रहता है । यदि हम केवल सच बोलना और किसी को दुख ना पहुंचाने की कसम खा ले तो यह हमारे जीवन में एक अद्भुत घटना घट जाएगी ।
उल्लेखनीय है कि श्रीमद् भागवत ज्ञान सप्ताह पिछले 4 अप्रैल से 10 अप्रैल तक चलेगा तथा कथा के परीक्षत फूल सिंह व श्रीमती अवधेश कुमारी हैं एक यज्ञपति अनिल यादव (एसआई) व श्रीमती सुमन यादव हैं । आचार्य सतीश शास्त्री कहते हैं कि कलयुग में केवल भगवान का नाम लेना ही पर्याप्त होगा अन्यथा सतयुग त्रेता द्वापर में हजारों सैकड़ों वर्ष की कठिन तपस्या के बाद भी जो फल मिलता था । वह अब साधारण पूजा करने पर ही मिल जाता है । श्रीमद् भागवत कथा के माध्यम से हम लोग बार-बार आप लोगों को सचेत करने आते हैं कि अभी भी वक्त है जीवन को सुधार लो । ईश्वरीय अनुकंपा के पात्र बनो । व्यर्थ के झंझटों में मत पड़ो । दिव्यता को अपनाओ, सनातन का प्रचार करो क्योंकि आने वाले समय में घोर कलयुग का समय है उसमें तो इतना भी वक्त नहीं मिलेगा कि हम कथा का पारायण कर पाएं । समय रहते ईश्वर की भक्ति कर पुण्य कमाए ।
इस अवसर पर भारी संख्या में स्त्री एवं पुरुष व बच्चे उपस्थित रहकर कथा अमृत का प्रसाद छक्का तथा कथा विश्राम के बाद प्रसाद वितरण किया गया । उक्त आयोजन में सरवन सिंह, सरवन सिंह, सुरेंद्र सिंह, राजकमल यादव ,राजेंद्र सिंह ,पिंटू गुप्ता और महेंदर सहित काफी लोगों ने सराहनीय योगदान किया।