कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सहकारिता में हुई भर्तियों को लेकर राज्य सचिवालय के मुख्य द्वार पर नारेबाजी व प्रदर्शन किया और धरना दिया।
कड़ी धूप में उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी धरने पर बैठे। गोदियाल ने नियुक्तियों में घोटाले का आरोप लगाया और सहकारिता मंत्री के इस्तीफे की मांग की।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए निवर्तमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि उत्तराखंड की भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। रोजगार के नाम पर युवाओं से उनके परिवार की खून-पसीने की कमाई डकारी जा रही है।
उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी को-आपरेटिव बैंक में रिक्त पदों पर हुई भर्ती में भारी भ्रष्टाचार को अंजाम देने की नीयत से चयन परीक्षा उत्तराखंड के किसी स्थान पर कराने की बजाय नोयडा में आयोजित कर स्थानीय बेरोजगार नौजवानों के हक को मारा गया।
मुख्यमंत्री पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से भाजपा सरकार के जीरो टॉलरेंस की कलई खुल चुकी थी। यह सिद्ध हो चुका था कि भाजपा सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार मुक्ति का दंभ भरने वाली सरकार की नाक के नीचे कुंभ मेले में कोरोना टेस्टिंग महा घोटाले का मामला जनता के सामने है।