जहांगीरपुरी हिंसा पर एक बड़ा खुलासा हुआ है। जहांगीरपुरी में जिस कुशल चौक, सी-ब्लाक में शोभा यात्रा पर पथराव के बाद हिंसा हुई थी, उस कुशल चौक का 2020 में हुए दिल्ली दंगों का कनेक्शन है।
कुशल चौक से करीब सात बसों में भरकर बांग्लादेशी महिलाएं, बच्चों व पुरुषों को शाहीन बाग प्रदर्शन में शामिल होने के लिए ले जाया गया था। दंगा करने के लिए लोग कुशल चौक से गए थे।
इतना ही नहीं चार्जशीट में ये भी लिखा है कि पथराव और दंगा करने यहां से लोग गए थे। दिल्ली पुलिस अब इन तमाम चीजों को ध्यान में रखते हुए जहांगीर पुलिस हिंसा की जांच की जा रही थी।
दूसरी तरफ जहांगीरपुरी हिंसा की जांच भले ही अपराध शाखा को सौंप दी गई हो, मगर स्थानीय थाना पुलिस भी लगातार दबिश दे रही है। दंगों में दो बड़े बदमाश अंसार और असलम के अलावा अब तक 21 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
पुलिस के अनुसार अली पुत्र जसीमुद्दीन का पार्किंग को लेकर झगड़ा हुआ था। वह इलाके में ही पार्किंग चलाता है और इसी झगड़े में उसने आकाश उर्फ अक्कू और उसके दोस्तों पर पत्थर फेंके थे। जवाब में दूसरे पक्ष ने भी पत्थर फेंके थे।