वरिष्ठ राजनयिक विनय मोहन क्वात्रा ने रविवार को भारत के नए विदेश सचिव के रूप में पदभार ग्रहण किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने रविवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा, विनय क्वात्रा ने रविवार सुबह विदेश सचिव के रूप में कार्यभार ग्रहण किया।
1988 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी क्वात्रा ने ऐसे समय में पदभार संभाला है, जब भारत के पड़ोसी देश संकट से गुजर रहे हैं। पाकिस्तान में हाल ही में सियासी उथलपुथल के बाद नई सरकार गठित हुई है और श्रीलंका आर्थिक संकट झेल रहा है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान तीनों देशों के लिए व्यापक एजेंड को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि, जर्मनी में प्रधानमंत्री मोदी चांसलर ओलाफ स्कोल्ज से मुलाकात करेंगे। दोनों नेता छठे भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श (आईजीसी) की सह-अध्यक्षता करेंगे।
क्वात्रा को भारत के पड़ोसी देशों के साथ ही साथ अमेरिका, चीन और यूरोप विशेषज्ञ भी माना जाता है। उन्हें विदेश सेवा में 32 साल से अधिक का अनुभव है। उन्होंने फ्रांस के राजदूत समेत कई प्रमुख पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं।
क्वात्रा के विदेश सचिव बनने के अगले ही दिन पीएम मोदी तीन दिवसीय विदेश दौरे पर जा रहे हैं। रविवार को पीएम के विदेश दौरे की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो मई से चार मई तक तीन दिवसीय विदेश यात्रा पर होंगे।