*बिजली कटौती से महिलाए सबसे अधिक प्रभावित*
*शहर व्यापार मंडल महिला शाखा ने रोस्टर के अनुसार बिजली देने की विधुत विभाग से की मांग*
इटावा। शहर में हो रही अघोषित बिजली कटौती से सबसे अधिक परेशान आधी आबादी कही जाने वाली महिलाये है। शहर में अघोषित बिजली कटौती के चलते *उधोग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल उत्तर प्रदेश महिला प्रकोष्ठ की शहर अध्यक्ष किरन सोनी* ने कहा शासन द्वारा 22 घंटे बिजली देने के आदेश है इसके बाद महज 15 से 18 घंटे ही बिजली आपूर्ति की जा रही है इसके साथ ही बिजली कटौती का कोई रोस्टर भी निर्धारित नहीं किया गया। शहर में पेयजल का भी संकट खड़ा हो गया है लोग पानी के लिए भटकने को मजबूर हो रहे है, रात में की जाने वाली अघोषित कटौती से लोग सो पा नहीं रहे है। वहीं विद्यालयों में भी छात्र गर्मी से जूझ रहे हैं बिजली कटौती के कारण महिलाओं एवं व्यापारियों द्रारा संचालित कुटीर उद्योग प्रभावित हो रहे हैं साथ ही शहर का क्षेत्रफल बढ़ गया है और बिजली कटौती का रोस्टर ग्रामीण क्षेत्र का कर दिया गया है जिससे शहर के किनारों पर लगे लघु उधोगो को पर्याप्त बिजली उपलब्ध नही हो पा रही है। दिन में तमाम काम करने वाले लोग शाम को घर पहुंचते हैं और भोजन के बाद चैन की नींद नहीं सो पाते। महिला व्यापार मंडल की पदाधिकारियो ने विधुत विभाग से आम जनमानस के समक्ष खड़ी गंभीर समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।
*मांग करने वालो में जिला महामंत्री अनीता शर्मा शहर महामंत्री रेनू शुक्ला, कोषाध्यक्ष रीना जैन, गोसिया फ़ातिमा, उपाध्यक्ष सुमन चौरसिया, संग़ठन मंत्री अर्चना कुशवाहा, सीमा श्रीवास्तव, संयुक्त मंत्री कमलेश जैन* आदि प्रमुख हैं।