*औरैया, अतिक्रमण हटाने की मुनादी में दो व्यापारियों के नाम लेने से व्यापारी हुए आक्रोशित*
*० नाम बोलने को लेकर ईओ ने कर्मचारी को दिया नोटिस,नोटिस में कर्मचारी ने नगर पंचायत अध्यक्ष को बताया जिम्मेदार, ईओ ने अधिकारियों को सौंपी रिपोर्ट*
*० नाम बोलने को लेकर नगर व सोशल मीडिया में हो रही तरह तरह की चर्चाएं*
*० नगर पंचायत कर्मचारी को ईओ ने उसकी कार्यशैली सही न होने पर ठेकेदार से बात कर जल्द हटाने की कही बात*
*दिबियापुर,औरैया।* नगर पंचायत चुनाव होने से पहले ही नगर में वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष व व्यापारियों में आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गए है । वहीं ऐसा एक मामला शुक्रवार को आया जिसमें अतिक्रमण हटाने को लेकर नगर पंचायत द्वारा नगर के दो व्यापारियों के नाम मुनादी में बोले गए । आनन फानन में अधिशाषी अधिकारी के द्वारा की गई जांच में एलाउंस करने वाले कर्मचारी ने नगर पंचायत अध्यक्ष पर नाम बुलवाने की बात कही। शुक्रवार को नगर पंचायत में अधिशासी अधिकारी मोनिका उमराव से पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि सुखलाल गुप्ता प्रतिनिधि,व्यापार मण्डल अध्यक्ष अजय पैराडाइज , राजा भैया सहित कई व्यापारियों ने पहुंच कर नाम बुलवाने के सम्बन्ध में आक्रोश जाहिर कर पूरी जांच रिपोर्ट मांगी जिस पर ईओ ने जांच रिपोर्ट दिखाई व एक प्रतिलिपि व्यापारियों को सौंपी। मालूम हो कि बीते गुरुवार को नगर पंचायत की अधिशाषी अधिकारी मोनिका उमराव के आदेश पर पूरे नगर में स्वम अतिक्रमण हटाने की मुनादी कराते समय नगर पंचायत के एक कर्मचारी ने अधिशाषी अधिकारी के लेटर में कुछ नाम न होते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष के कहने पर एलाउंस किया कि व्यापार मंडल के अजय पैराडाइज व पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि सुखलाल गुप्ता की मांग पर सभी व्यापारियों/दुकानदारों को सूचित किया जाता है कि आगामी 18 मई बुधवार से अतिक्रमण हटाया जाना सुनिश्चित किया गया कि बीते 9 मई को उपजिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए नाला के ऊपर अतिक्रमण न करे जिन लोगो द्वारा नाले के ऊपर अतिक्रमण किया गया है वह अतिक्रमण हटा ले अन्यथा की स्थिति में आगामी 18 मई से पुलिस बल के सहयोग से हटवाया जाएगा। साथ ही निर्धारित जुर्माना भी वसूल किया जाएगा। जिसके जिम्मेदार आप लोग होंगे। यह एलाउंस सुनते ही दुकानदारों में दोनों व्यापारियों के प्रति नाराजगी हो गई और फोन कर अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया ,दोनों व्यापारियों के नाम एलाइंस में बोलने की नगर में खलबली मच गई तो मामला जिला प्रशासन तक व अधिशाषी अधिकारी तक पहुंच गया। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर अधिशाषी अधिकारी ने तुरन्त एलाउंस करने वाले कर्मचारी अखिलेश को तलब कर पहले तो फटकार लगाई फिर किसके कहने पर दोनों नाम बोले गए उसका ज़बाब देने के लिए कर्मचारी को नोटिस दिया। जिसमे कर्मचारी अखिलेश ने नोटिस में दिए गए ज़बाब में बताया कि मै अखिलेश कुमार नगर पंचायत में पम्प आपरेटर है। अधिशासी अधिकारी द्वारा मुनादी लेटर में किसी प्रकार का कोई नाम नहीं दिया गया था । मै नगर में प्रचार करने जा रहा था, तभी नगर पंचायत अध्यक्ष अरविन्द्र कुमार पोरवाल ने हमको फोन द्वारा बुलाया कि आप क्या प्रचार करने जा रहे है। हमें भी प्रचार वाला पत्र दिखाइए। मैंने जाकर अध्यक्ष जी को प्रचार वाला पत्र दिखाया तभी उन्होंने पत्र में संसोधन कर यह दोनों व्यापारियों के नाम केवल सहायल रोड पर बोलने को कहा तब मैने बोल दिया । जिस पर अधिशाषी अधिकारी ने उसकी कार्यशैली ठीक न होने पर ठेकेदार से बात कर कर्मचारी को जल्द हटाए जाने की व्यापारियों से बात कही । इस सम्बन्ध में अधिशाषी अधिकारी मोनिका उमराव ने बताया कि मुनादी लेटर में मेरे द्वारा किसी व्यापारी का नाम नहीं दिया गया था । मुनादी में नाम बोलने को लेकर कर्मचारी को नोटिस दिया गया था , नोटिस का जवाब मिलते ही पूरी जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप दी गई है। शासन व जिला प्रशासन के आदेश पर अतिक्रमण हटाओ अभियान की कार्यवाही हो रही है । जो पूरे जनपद में यह अभियान चल रहा है।
रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता