श्रीलंका इस समय भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहा है। सरकार पर विदेशी कर्ज बढ़ता जा रहा है। कर्ज में डूबे श्रीलंका ने आजादी के बाद से सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहे इस द्वीपीय देश में पूर्ण मंत्रिमंडल के गठन तक स्थिरता सुनिश्चित करने के प्रयास में शुक्रवार को नौ नए कैबिनेट मंत्री नियुक्त किए।
खाद्यान्नों के भंडार खाली होने के कारण लोग भूखे रहने को मजबूर हैं।इस कारण ये लोग सड़क पर उतर कर हिंसा कर रहे हैं। सरकार उन्हें रोकने के तमाम प्रयास कर रही है। इस बीच प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने संसद में एलान किया कि आंदोलनकारियों को देखते ही गोली मारने के आदेश नहीं दिये गए हैं।
माना जा रहा है कि श्रीलंका की नयी सरकार में प्रधानमंत्री सहित 25 मंत्री होंगे। शेष मंत्रियों को भी जल्द ही शपथ दिलाई जाएगी।श्रीलंका फ्रीडम पार्टी (एसएलएफपी) का प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व मंत्री निमल सिरिपाला डी सिल्वा, निर्दलीय सांसद सुशील प्रेमजयंता, विजयदास राजपक्षे, तिरान एलेस उन नौ नए मंत्रियों में शामिल हैं जिन्हें शुक्रवार को राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने शपथ दिलाई।