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तितली और अनुलोम विलोम प्राणायाम करने से आपको मिलेंगे ये सभी फायदें

व्यायाम न केवल आपके हृदय, फेफड़े और मांसपेशियों के लिए अच्छा है। शारीरिक गतिविधि आपकी हड्डियों को स्वस्थ रखने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है, चाहे आप युवा हों या बूढ़े।

हड्डियाँ जीवित अंग हैं, इरविंग, टेक्सास में मेडिकल सिटी लास कॉलिनस में एक आर्थोपेडिक्स और स्पोर्ट्स मेडिसिन डॉक्टर, कार्मेलिटा टीटर कहते हैं। आपके शुरुआती से 20 के दशक के मध्य में, आपकी हड्डियों में कैल्शियम की आपूर्ति जमा हो जाती है।

एक बार जब आप अपने 40 के दशक में पहुंच जाते हैं, तो हड्डियों का द्रव्यमान कम होने लगता है। यदि आपके शरीर को कैल्शियम की आवश्यकता है और आपको अपने आहार से पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलता है, तो आपका शरीर इसे हड्डियों से ले लेगा, डॉ. टीटर कहते हैं।

तितली आसन: तितली आसन/बटरफ्लाई आसन महिलाओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी है. बटरफ्लाई आसन करने के लिए पैरों को सामने की ओर फैलाते हुए बैठ जाएं,रीढ़ की हड्डी सीधी रखें. घुटनो को मोड़ें और दोनों पैरों को श्रोणि की ओर लाएं. दोनों हाथों से अपने दोनों पांव को कस कर पकड़ लें. सहारे के लिए अपने हाथों को पांव के नीचे रख सकते हैं.

एड़ी को जननांगों के जितना करीब हो सके लाने का प्रयास करें. लंबी,गहरी सांस लें, सांस छोड़ते हुए घटनों एवं जांघो को जमीन की तरफ दबाव डालें. तितली के पंखों की तरह दोनों पैरों को ऊपर नीचे हिलाना शुरू करें. धीरे धीरे तेज करें.

अनुलोम विलोम प्राणायाम: पालथी मार कर सुखासन में बैठें. इसके बाद दाएं अंगूठे से अपनी दाहिनी नासिका पकड़ें और बाई नासिका से सांस अंदर लें लीजिए. अब अनामिका उंगली से बाई नासिका को बंद कर दें. इसके बाद दाहिनी नासिका खोलें और सांस बाहर छोड़ दें. अब दाहिने नासिका से ही सांस अंदर लें और उसी प्रक्रिया को दोहराते हुए बाई नासिका से सांस बाहर छोड़ दें.