*साहब भू-माफियाओं के कहर से मुझे बचालो-कुर्रा प्रधान*
● दबंगों से कब्जा मुक्त कराने की मांग पर प्रधान को मिल रहीं जान से मारने की धमकियाँ,
भरथना,इटावा। जहाँ एक तरफ प्रदेश सरकार सरकारी भूमि को कब्जामुक्त कराने का अभियान चला रही है। वहीं जिले का चकबन्दी विभाग ग्राम पंचायत की जमीन पर भूमाफियाओं को जबरन कब्जा कराने पर उतारू है। जिसका विरोध करने पर दबंग कब्जेदार प्रधान को जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। अब प्रधान को अपनी जान बचाने के लाले पड़ रहे हैं।
यह जानजारी बुधवार को भरथना विकास खण्ड की ग्राम पंचायत कुर्रा के ग्राम प्रधान आपेन्द्र कुमार ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान दी है। प्रधान द्वारा हस्ताक्षरयुक्त जारी एक प्रेसनोट में आरोप लगाते हुए बताया है कि विगत वर्ष 14 जुलाई 1998 को फर्जी तरीके से कुछ नामजद लोगों ने पंचायत की भूमि पर फर्जी तरीके से 50 से अधिक बीघा भूमि का पट्टा करा लिया गया था,जिन्हें तत्कालीन तहसीलदार द्वारा निरस्त भी किया जा चुका था। बाबजूद इसके दबंगों ने कुछ कर्मचारियों से सांठगांठ कर मनगढन्त और कूटरचित तरीके से आयुक्त के फर्जी आदेश कॉपी बनाकर अवैध तरीके से दबंग भू-माफियाओं ने भूमि अपने नाम करा ली। साथ ही पिछले दिनों चकबन्दी अधिकारी ने भूमाफियाओं को उक्त भूमि का जबरिया कब्जा कराने के प्रयास भी किये गये थे,लेकिन जिलाधिकारी के सार्थक हस्तक्षेप से उस पर रोक लग सकी थी।
प्रधान आपेन्द्र कुमार ने बताया कि उन्होंने जब ग्राम पंचायत की भूमि पर अवैध कब्जा करने बालों का उनके द्वारा विरोध किया गया तो उक्त भू-माफियाओं ने उन्हें जान से मारने की धमकी दे डाली,साथ ही पंचायत घर तक न आने की हिदायत दे डाली। जिससे पंचायत के कार्य में भारी बाधा उतपन्न खड़ी हो गई है। इसके अलावा अब उनके व परिजनों के सामने जान माल का खतरा उत्पन्न हो गया है।
प्रधान आपेन्द्र कुमार ने बताया कि एक तरफ जहाँ पंचायत की जमीन पर अवैध कब्जे हैं,वहीं दूसरी तरफ इन अवैध कब्जों के कारण अम्बेडकर पार्क जो करीब एक एकड का है,तक जाने के लिए रास्ते ही बन्द हो गये हैं। जिससे अम्बेडकर पार्क को विकसित नहीं किया जा पा रहा है। यही नहीं गांव के आसपास आबादी, दबंगों ने खाद के गढ्डे आदि की भूमि भी नहीं छोडी है। ग्राम सभा में तालाब की जमीन जिसकी गाटा संख्या- 494 है,की भी चकबन्दी विभाग ने कीमत लगाकर उस पर अवैध कब्जे करा दिये हैं। प्रधान श्री कुमार ने बताया कि उक्त सम्बन्ध में उनके द्वारा कई बार विभागीय उच्चाधिकारियों को लिखित प्रार्थना पत्र साक्ष्य सहित दिये गये,किन्तु किसी के भी द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा है कि ग्राम सभा की कब्जा युक्त भूमि से भू-माफियाओं के फर्जी कब्जे तत्काल निरस्त कराये जायें। जिससे गांव का सर्वांगीण विकास कराया जाना सम्भव हो सके,और गांव के निवासियों को पंचायत की भूमि पर सुविधा मिल सके। कामरेट प्रधान आपेन्द्र ने सभी राजनैतिक दलों से भी इसमें सहयोग करने की अपील की है। वार्ता के दौरान पूर्व प्रधान वीरेन्द्र सिंह यादव व किसान नेता कामरेट अनिल दीक्षित मौजूद रहे।