राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार को गोरखपुर को दो विश्वविद्यालयों की सौगात देंगे. इनमें से महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय का वे लोकार्पण करेंगे.
गोरखनाथ मंदिर की शैक्षणिक संस्था महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की ओर से संचालित महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय पूर्वांचल के चिकित्सा के क्षेत्र में करियर बनाने वाले विद्यार्थियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा.
महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय जिले का तीसरा विश्वविद्यालय बन जाएगा.शासन द्वारा दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति की अध्यक्षता में गठित एक उच्च स्तरीय समिति ने विश्वविद्यालय परिसर का मौका मुआयना किया था.
करीब 52 एकड़ में अत्याधुनिक संसाधनों के साथ स्थापित होने वाले इस विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को बाजारोन्मुखी और रोजगारपरक पाठ्यक्रमों का विकल्प तो मिलेगा. इसके साथ ही शोधार्थियों को शोध की सुविधा भी प्रदान की जाएगी.