◆साबधान◆
*भरथना में बन्दर भी हुए खूखांर*
● रेलवे स्टेशन,श्री नगर,स्टेशन रोड़ और ब्रजराज नगर में बन्दरों से रहे साबधान,
भरथना,इटावा। इटावा जनपद में भरथना तहसील और कस्बा सबसे बड़ी तहसील और कस्बा बताया जाता है,उसी के आधार पर भरथना कस्बा में प्रशासन ने लगभग सभी सुविधाएं उपलब्द करा रखीं हैं,लेकिन भरथना नगर पालिका प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों से विमुख बना हुआ है। मामला आवारा और छुट्टा जानवरों का है,पालिका प्रशासन द्वारा संचालित गौशाला में खाना पूर्ति के लिए गौवंशों को रखा गया है जबकि गौशाला में सुरक्षित गौवंशों से अधिक गौवंश सड़कों गलियों और कूड़े के ढेरों पर विचरण करते नजर आते हैं। किसी विशेष निरीक्षण होने की जानकारी मिलने पर सभी छुट्टा गौवंश नगर क्षेत्र से खदेड़ दिए जाते हैं और बाकी बचे गौवंशों को पालिका प्रशासन कान्हा गौशाला में सुरक्षित कर देते हैं। लेकिन निरीक्षण की औपचारिकताएँ पूरी होते ही कुल संख्या में आधे पुनः गौशाला से भगा दिए जाते हैं।
जो नगर क्षेत्र में विचरण कर घटना दुर्घटना का शबाब बने हुए हैं।
बात यहीं नही रुकती,इन दिनों पालिका नगर क्षेत्र में आवारा बन्दर का भी आतंक सिर चढ़ कर बोल रहा है। जिसका जीता जागता नजारा पालिका क्षेत्र के मोहल्ला ब्रजराज नगर और स्टेशन रोड व भरथना रेलवे स्टेशन पर देखा जा सकता है।
राहगीरों की मानें तो यहाँ से गुजरने पर घात लगाए बैठे बन्दर हाथ मे लेकर जाने बाले समान को एक झटके में छीनकर फुर्र हो जाते हैं,यदि आपने सामान छोड़ने के बजाय विरोध करने का प्रयास किया तो बिना हमला के बचना मुश्किल हो जाता है।
इन तीनो मोहल्लों में विचरण करने बाले बन्दर खूंखार हो चुके हैं। जिनके हमला से अब तक अनगिनत लोग घायल हो चुके हैं। लेकिन भरथना नगर पालिका प्रशासन इस समस्याओं से लोगों को निजात दिलाने से विमुख बना हुआ है। जबकि पालिका प्रशासन की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह ऐसे छुट्टा और खूखांर जानवरों को पकड़वा कर उन्हें उनके सुरक्षित स्थान पर पहुँचा कर नगर बासियो सुरक्षित जीबन जीने दें। इन मोहल्लों के वाशिंदों ने बन्दरों को पकड़ वाये जाने की मांग करते हुए कहा है यदि बन्दरों के हमला से कोई बड़ी घटना घटित होती है तो सारी जिम्मेदारी पालिका प्रशासन की होगी।