*भरथना की विद्युत सखी पूनम से मुख्यमंत्री योगी ने किया संवाद,*
● पूछा आप कितना लाभ कमा रही हैं,पूनम का जवाब सुन योगी बोले-शाबास,
भरथना,इटावा। विद्युत सखी के रूप में काम की शुरुआत करने वाली इटावा जिले के भरथना सरैया की रहने वाली पूनम ने कभी नहीं सोचा था कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वह रूबरू होंगीं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनसे सीधे उनका हालचाल जानेंगे।
मंगलवार को लखनऊ में स्वयं सहायता समूह की लाभार्थी महिलाओं से सीधे संवाद कार्यक्रम में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने पूनम से पूछा कि वे किस प्रकार काम कर रही हैं और उन्हें कितना मुनाफा हो रहा है। पूनम मुख्यमंत्री के इस सवाल से थोड़ा सा असहज हुई लेकिन उनके हौसले ने तुरंत ही जुबान पर जवाब ला दिया। उन्होंने कहा कि वह काफी उत्साहित हैं और प्रत्येक माह 13 लाख रुपये की वसूली कर रही हैं। इस पर सीएम योगी के मुंह से निकला शाबास।
*समूह से जुड़ीं महिलाएं प्रतिमाह 10 से 12 हजार रूपये कमीशन कमा रहीं*
भरथना अन्तर्गत गांव सरैया के 850 घरों में बिजली बिल वसूली को लेकर वह अपने समूह की महिलाओं के साथ जुड़ी हुई हैं,और इस प्रयास के बल पर उन्हें प्रतिमाह 10 से 12 हजार रूपये कमीशन भी मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने पूनम के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि पूनम निश्चित तौर पर आपने अपने ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के साथ ही इटावा और उसके आसपास के जिलों की महिलाओं के लिए एक प्रेरक का काम किया है और देश में आपको विद्युत सखी के तौर पर इसी प्रेरणा के लिए चुना गया है।
*पूनम ने सीएम और पीएम का आभार जताया*
पूनम ने भी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम लेकर उनके द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की। बता दें कि पूनम को देश की विभिन्न स्वयं सहायता समूह की महिलाओं में विद्युत सखी के तौर पर लाभार्थी चयन में शामिल किया गया था। मंगलवार को लनखऊ में हुए कार्यक्रम के लिए उन्हें विशेष तौर पर लखनऊ ले जाया गया था। पूनम इस कार्यक्रम में शामिल होकर काफी उत्साहित हैं उनका कहना है कि उन्हें नहीं पता था कि उनके इस काम के बल देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भी सराहना करेंगे। 8 वर्षों में आयोजित हुए विभिन्न संवाद कार्यक्रम में जिले में पहला मौका था जब पूनम को प्रधानमंत्री संवाद करने का अवसर मिला।
*पूनम के समूह को मिला 2 लाख 63 हजार कमीशन*
पूनम के पति प्राइवेट नौकरी करते हैं। इससे परिवार को भरण पोषण ठीक से नहीं हो पाता है। पूनम 2019 में स्वयं सहायता समूह से जुड़ीं और लोन लेकर सब्जी की दुकान लगायी। कुछ पैसे कमाये तो ललक जागी। इसी बीच 2020 में पावर कारपोरेशन व राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के बीच बिजली बिल वसूलने का करार हुआ। इसमें मिशन की ओर से पूनम के स्वयं सहायता समूह शांति का चयन हुआ। इसके बाद पूनम ने विद्युत सखी का प्रशिक्षण लिया और 16 नवंबर 2020 से बिजली बिल वसूली में जुट गयीं। अब तक एक करोड़ 83 लाख बिल वसूल चुकीं हैं और उनको 2 लाख 63 हजार कमीशन मिला।