जसवंतनगर। पिछले चार महीनों से वेतन और पेंशन न मिलने से नाराज नगर पालिका जसवंतनगर के दर्जनों कर्मचारियों ने शुक्रवार को यहां पालिका टँकी परिसर में जमकर हंगामा काटा और पालिका अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी के विरुद्ध उनकी भ्रष्ट कार्यशैली को लेकर 11 आरोपों से युक्त ज्ञापन जिलाधिकारी इटावा को भेजा है। कर्मचारी हाथो मे स्लोग्न लिये थे दाम नही तो काम नही । नगर पालिका परिषद मुर्दाबाद।
गुरूवार को कर्मचारियों ने पालिका प्रशासन पर मानवाधिकारों के उल्लंघन का गम्भीर आरोप लगाते कहा है कि उन्हें वेतन नही दिया जा रहा , जबकि ठेका प्रथा के नाम पर प्रतिमाह 20-25 कर्मचारियों को प्रतिमाह लाखों रुपये के भुगतान वर्षों से दिए जा रहे। पालिका के निर्माण कार्य मुंह लगे ठेकेदारों से करवाकर शासकीय धन का बन्दर बांट किया जा रहा। नगर पालिका के पेयजल टैंकर ठेकेदारों को दिए जा रहे, जबकि ये कर्मचारियों और नागरिकों के लिए उपलब्ध नही कराए जाते।सीवर मशीन बिना रशीद कांटे आवंटित हो रही। नगर पालिका के खर्चे पर निजी वाहनों में हर माह हजारों का डीजल पेट्रोल डलवाया जा रहा। टँकी परिसर में खड़े शीशम पेड़ को निजी फर्नीचर बनवाने लिए कटवा लिया गया है। उनका यह भी आरोप था कि गौशाला में ज्यादा गौवंश दिखाकर शासकीय धनराशि में घपला किया जा रहा। कूड़े के लिए खरीदे गए ई रिक्शा की बैटरियां निजी उपयोग में लायी जा रहीं।सोलर प्लांट की बेटरीं भी निजी उपयोग में लादकर ले जाई गयीं है। पालिका प्रशासन ने वादा किया किया था कि उसके द्वारा बस स्टैंड पर बनवाई गयीं दुकानों की नीलामी के बाद कर्मियों के वेतन व पेंशन का भुगतान कर देंगे , मगर दो करोड़ नीलामी से हासिल होने बावजूद भुगतान नही किया गया है। कर्मचारियों ने जिलाधिकारी से उनके वेतन दिलवाने की मांग के साथ उपरोक्त अनियमितताओं की जांच की मसँग की है अन्यथा वह बड़े आंदोलन को विवश होंगे।
इस दौरान ज्ञापन देने वालो मे जैसिव वाल्मीक, श्यामबिहारी, नीरज, चरन सिंह, रामसिया, सतीश, जगनू, सतेन्द्र कुमार, जैकी, शिवा, छोटेलाल, अजीत, रघुबीर, सुरेन्द्र, मिथुन, अनिल कुमार, अरविंद कुमार, जसबीर सिंह, भगवती, ज्ञानवती, शांति, दिलीप, गीता, दिवारीलाल, सुनीता देवी आदि के अलावा लगभग एक सैकडा से ज्यादा कर्मचारी मौजूद रहे।