जसवन्तनगर। नगर के तीन लोगों को आज हज यात्रा पर रवाना होने का मौका मिला। इनकी रवानगी पूरे जोशोखरोश और नारों से की गई। नगर की सड़कें उन पर बरसाए गए फूलों से पट गयी।
कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दो वर्षों से हज यात्रा नही हो सकी थी। शुक्रवार को नगर से हज यात्रियों , जिनमे नगर की गोले वाली मस्जिद व इटावा ईदगाह के इमाम मौलाना कमालुद्दीन अशरफी, नगर पालिका के पूर्व वाइस चेयरमैन व बिधायक प्रतिनिधि मोहम्मद अहसान तथा उनकी पत्नी सायरा बेगम शामिल थे, मक्का मदीना के लिए रवाना हुए।
इन्हें रवानगी करने के लिए लोगों की भीड़ सबेरे से इनके घरों पर जुटनी शुरू हुई। इन्हें फूल मालाओं से लादकर जुलूसों की शक्ल में बस स्टैंड चौराहा ले जाया गया। ‘नारे तकबी, अल्लाह हो अकबर, नारे रिसाला या रसूल अल्लाह, मक्का खजाना मुबारक हो,या मदीना-चल मदीना, मक्का की गलियां मुबारक हो, जैसे नारों के साथ पुष्पवर्षा की गई।तीनों हज यात्रियों ने कहा कि देश की तरक्कीऔर अमन चैन की वह वहां दुआ करेंगे।
इस मौके पर उन्हें विदा करने लिये प्रमुख लोगों में हाजी नेक मोहम्मद, हाजी रसीद, मोहम्मद जहीर, राशिद खान, कल्लू मियां, युनूस राईन, मजरुल्ला लड्डन शमशुद्दीन, आजाद राईन, जैसे नामचीन लोग मौजूद थे।