Saturday , November 23 2024

इटावा *एमएलसी मुकुल यादव का प्रथम आगमन पर हुआ भव्य स्वागत*

इटावा *एमएलसी मुकुल यादव का प्रथम आगमन पर हुआ भव्य स्वागत*

सैफई: समाजवादी पार्टी के नवनिर्वाचित विधान परिषद सदस्य मुकुल यादव सोमवार को प्रथम आगमन पर पैतृक निवास हैवरा बहादुरपुर पर आभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। सपाइयों ने फूल मालाओं से लाद ढोल नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया। नवनिर्वाचित एमएलसी मुकुल यादव लखनऊ से आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे से चलकर शाम करीब 5 बजे टिमरुआ टोल प्लाजा पर पहुंचे थे। जहां बड़ी संख्या में इटावा मैनपुरी से सपा के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उनके स्वागत करने के लिए पहुंचे। जहां जगह-जगह सपाइयों ने स्वागत किया।
नवनिर्वाचित एमएलसी मुकुल यादव ने समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और पार्टी के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव प्रो.रामगोपाल यादव का आभार जताया, कार्यकर्ताओं से 2024 में लोकसभा चुनाव की तैयारी करने के लिए अपील की है।

मालूम हो सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और स्वर्गीय बाबू दर्शन सिंह की दोस्ती अब परिवार की दूसरी पीढ़ी में भी गहरी हो गई है। जब बीते बुधवार को स्वर्गीय बाबू दर्शन सिंह के भतीजे मुकुल यादव को विधान परिषद का टिकट देकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिता मुलायम सिंह यादव के पद चिन्ह पर चलने का निर्णय लिया है।
जिस तरह से नेताजी मुलायम सिंह यादव के राजनीतिक गुरु स्वर्गीय नाथू सिंह मेंबर साहब ने अपनी सीट छोड़कर मुलायम सिंह को चुनाव मैदान में उतारा था। बाद में नेताजी मुलायम सिंह यादव ने अपने मुख्यमंत्री काल में खुद नाथू सिंह मेंबर साहब के बेटे सुभाष यादव को एमएलसी बनाया था। उसी तरह से अभी हाल में ही हुए विधानसभा चुनाव में करहल से चार बार विधायक चुने गए सोबरन सिंह यादव ने अपनी सीट सपा मुखिया अखिलेश यादव के लिए छोड़ दी थी।
सपा मुखिया ने सोबरन सिंह यादव के बेटे मुकुल यादव को एमएलसी बनाकर अपने पिता की तरह तोहफा दिया है।


यह भी बता दें स्वर्गीय बाबू दर्शन सिंह यादव पूर्व राज्यसभा सांसद का इटावा मैनपुरी की राजनीति में बड़ा नाम रहा है। उनकी मुलायम से गहरी दोस्ती थी, फिर राजनीतिक दूरियां बन गईं। कई बार दर्शन सिंह ने मुलायम सिंह के सामने चुनाव लड़ा। बाद में फिर दोनों दिग्गज गले मिल गए थे। मुलायम सिंह यादव ने बाबू दर्शन सिंह को राज्यसभा भेजकर सम्मान दिया था।
बाबू दर्शन सिंह के भाई सोबरन सिंह कहरल से चार बार विधायक रहे चुके हैं। इस बार उनकी सीट से सपा प्रमुख अखिलेश विधायक चुने गए हैं। पहले सोबरन सिंह को ही सपा से एमएलसी बनाने की चर्चा चली थी। सोबरन ने अपनी उम्र का हवाला देकर बेटे मुकुल को विधान परिषद में भेजने का अनुरोध किया था। अखिलेश ने उनकी बात मानी और मुकुल को एमएलसी बनाया।
इस मौके पर नितुल प्रताप यादव प्रधान,नरेश चंद यादव प्रधान, रामबाबू यादव प्रधान,विशंभर सिंह यादव,महेश चंद शर्मा,देवेश यादव ठेकेदार,भारत सिंह यादव ठकेदार खदरी,चंद्रभान दिवाकर पूर्व प्रधान,संजीव यादव,पिंकू यादव शीले यादव,अनिल यादव आदि मौजूद रहे।