*औरैया, ऐतिहासिक गौरैया तालाब फिर होगा गुलजार*
*०जिलाधिकारी ने प्राचीन तालाब का किया निरीक्षण*
*०कमियां मिलने पर लगाई ईओ को फटकार*
*०गौरैया पक्षी घर बनाने के भी निर्देश*
*औरैया।* शहर में मई 2017 में गौरैया तालाब का सुंदरीकरण कराया गया था। रंग-बिरंगी लाइटों के साथ ही म्यूजिकल फव्वारा लगाया गया, जो कि आकर्षण का केंद्र रहा। कुछ माह तक सब ठीक रहा इसके बाद देखरेख न किए जाने से सुंदर तस्वीर बदहाल होती चली। आलम यह है कि यहां पर देखने जैसा कुछ नहीं। सिर्फ नाम रह गया है। बुधवार को जिलाधिकारी पीसी श्रीवास्तव ने निरीक्षण करते हुए हकीकत जांची। नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी पर नाराजगी जताते हुए इसे फिर से संवारने के निर्देश दिए। यह भी कहा कि यहां गौरैया पक्षी घर बनाया जाए। अमृत सरोवर के तहत अतिक्रमण व गंदगी से पट चुके तालाबों को वजूद में लाया जा रहा। जिले में 180 तालाबों का लक्ष्य है। 65 पर कार्य शुरू है। इन सब के बीच जो तालाब औरैया शहर की जो पहचान थे, उन पर भी नजर डाली जा रही है। बुधवार को जिलाधिकारी प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव ने नजदीक बने गौरैया तालाब का मुआयना किया। बदहाली पर नजर पड़ी और उसे गंभीरता से लेकर अधिशासी अधिकारी बलवीर सिंह को बुलाया गया। इसके बाद कई बिंदुओं पर चर्चा हुई। जो तालाब सूख चुके हैं, उसमें पानी से भरे जाने के लिए वैकल्पिक संसाधनों को जुटाने का निर्देश दिया। म्यूजिकल फव्वारा क्यों बंद हैं। डेकोरेट लाइटों के बारे में पूछा। बलवीर सिंह के द्वारा संतोषजनक ज़बाब न मिलने पर फटकार लगाई ।
रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता